ढाकाःबांग्लादेश की अवामी लीग को फरवरी 2026 में होने वाले राष्ट्रीय चुनावों में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग है। देश में व्याप्त राजनीतिक उथल-पुथल और राजनीतिक परिदृश्य में आए बड़े बदलाव के बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पुष्टि की है कि अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग, अपनी गतिविधियों पर लगे प्रतिबंध के कारण फरवरी 2026 में होने वाले राष्ट्रीय संसदीय चुनावों में भाग नहीं लेगी। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने घोषणा की।
बुधवार को अंतरिम सरकार की सलाहकार परिषद की बैठक के बाद आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, आलम ने एक पत्रकार के उस प्रश्न के उत्तर में यह टिप्पणी की, जिसमें कथित तौर पर अमेरिकी सांसदों द्वारा मुख्य सलाहकार को भेजे गए एक पत्र का जिक्र था, जिसमें अवामी लीग पर लगे प्रतिबंध पर चिंता व्यक्त की गई थी।
बांग्लादेश में 12 फरवरी 2026 को आम चुनाव होंगे। अगस्त 2024 में छात्रों के हिंसक प्रदर्शन में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के सत्ता से बेदखल होने के बाद यह पहले चुनाव होंगे। मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने 12 मई को पार्टी को आधिकारिक तौर पर भंग कर दिया था। बांग्लादेश ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग की सभी गतिविधियों पर रातों-रात संशोधित आतंकवाद-रोधी कानून के तहत प्रतिबंध लगा दिया है।
चुनाव कार्यक्रम के अनुसार नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 29 दिसंबर है और नामांकन पत्रों की जांच 30 दिसंबर से चार जनवरी तक होगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 20 जनवरी है। नासिर ने कहा कि उम्मीदवारों की अंतिम सूची 21 जनवरी को प्रकाशित की जाएगी। चुनाव प्रचार 22 जनवरी से शुरू होगा और 10 फरवरी को सुबह साढ़े सात बजे तक चलेगा।
पिछले आम चुनाव जनवरी 2024 में हुए थे। हसीना ने विवादों और प्रमुख पार्टियों द्वारा बहिष्कार से घिरे इन चुनावों में जीत हासिल की थी। वर्ष 2024 के चुनाव में हसीना की जीत के छह महीने बाद, उनकी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गये थे। हिंसक प्रदर्शनों के कारण हसीना को पांच अगस्त, 2024 को भारत आना पड़ा था।
इसके तीन दिन बाद, यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में पदभार संभाला था। अंतरिम सरकार ने हसीना की अवामी लीग को भंग कर दिया है। अवामी लीग की नेता हसीना (78) भारत में रह रही हैं। गंभीर रूप से बीमार पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश राष्ट्रवादी पार्टी (बीएनपी) मुख्य पार्टी बनकर सामने आई है।
जबकि उसकी कभी सहयोगी रही जमात-ए-इस्लामी, अवामी लीग की गैर मौजूदगी में मुख्य प्रतिद्वंद्वी बन गई है। इस साल फरवरी में गठित ‘नेशनल सिटिजन पार्टी’ (एनसीपी), ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ (एसएडी) का एक राजनीतिक संगठन है, जिसने पिछले साल हिंसक आंदोलन का नेतृत्व किया था, जिसके परिणामस्वरूप हसीना को सत्ता से हटा दिया गया था।