लाइव न्यूज़ :

Bangladesh crisis: मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया, राष्ट्रपति के साथ बैठक के बाद देंगे त्यागपत्र

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 10, 2024 14:33 IST

Bangladesh crisis: बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर हुए उपद्रव के बाद शेख हसीना सरकार को सत्ता से बेदखल करने के कुछ दिनों बाद, मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है।

Open in App
ठळक मुद्देशेख हसीना के बाद निशाने पर मुख्य न्यायाधीशमुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला कियामुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार नियुक्त

Bangladesh crisis: बांग्लादेश संकट का अंत होता नहीं दिख रहा है। शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद भी हिंसा और अराजकता का दौर जारी है। बड़े पैमाने पर हुए उपद्रव के बाद शेख हसीना सरकार को सत्ता से बेदखल करने के कुछ दिनों बाद, मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। छात्र प्रदर्शनकारियों ने हसन सहित सभी न्यायाधीशों के इस्तीफे की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट की ओर रुख किया था। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, शाम को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के साथ होने वाली बैठक के बाद वह अपना इस्तीफा सौंप देंगे।

ढाका ट्रिब्यून ने बताया है कि मुख्य न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने शनिवार सुबह के लिए निर्धारित पूर्ण न्यायालय की बैठक को स्थगित कर दिया है। इसमें सुप्रीम कोर्ट के दोनों डिवीजनों के सभी न्यायाधीशों को शामिल किया जाना था। बैठक का उद्देश्य वर्तमान स्थिति के बीच न्यायालय के संचालन और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करना था। बांग्लादेश के युवा एवं खेल मंत्रालय के सलाहकार आसिफ महमूद ने शनिवार को फेसबुक पर एक अल्टीमेटम पोस्ट कर मुख्य न्यायाधीश के तत्काल इस्तीफे की मांग की। अपनी पोस्ट में आसिफ महमूद ने कहा, "फासीवाद से पोषित और विभिन्न कुकृत्यों में शामिल सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने सरकार से कोई चर्चा किए बिना ही पूर्ण न्यायालय की बैठक बुलाई है। पराजित ताकतों द्वारा कोई भी साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छात्र और वकील पहले ही विरोध में इकट्ठा होना शुरू कर चुके हैं।"

आसिफ महमूद ने कहा कि शेख हसीना के शासन के अंत के परिणामस्वरूप एक महीने से अधिक समय तक चले तीव्र विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 450 लोग मारे गए। बता दें कि 76 वर्षीय शेख हसीना जो एशिया के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले नेताओं में से एक हैं, ने लाखों प्रदर्शनकारियों के बढ़ते दबाव के कारण 5 अगस्त को इस्तीफा दे दिया और बांग्लादेश से भाग गईं। 

इसके बाद बांग्लादेश ने नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार नियुक्त की है। संविधान के अनुसार, 90 दिनों के भीतर चुनाव होना चाहिए, लेकिन यूनुस, अंतरिम सरकार का समर्थन करने वाली सेना और राष्ट्रपति ने अभी तक चुनावों की  किसी तिथि की घोषणा नहीं की है।

टॅग्स :बांग्लादेशशेख हसीनाCJIArmy
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSupreme Court: बांग्लादेश से गर्भवती महिला और उसके बच्चे को भारत आने की अनुमति, कोर्ट ने मानवीय आधार पर लिया फैसला

विश्वजमीन घोटाला केसः शेख हसीना को 5, बहन शेख रेहाना को 7 और भांजी ब्रिटिश सांसद ट्यूलिप सिद्दीक को 2 साल की सजा, बांग्लादेश अदालत फैसला

भारतआपको बता दूं, मैं यहां सबसे छोटे... सबसे गरीब पक्षकार के लिए हूं, जरूरत पड़ी तो मध्य रात्रि तक यहां बैठूंगा, प्रधान न्यायाधीश सूर्यकांत ने कहा

विश्वशेख हसीना को भ्रष्टाचार के तीन मामलों में 21 साल के कारावास की सजा

भारतकौन हैं जस्टिस सूर्यकांत? जो बने भारत के 53वें CJI, आर्टिकल 370 से लेकर इन बड़े मामलों में सुनाए हैं फैसलें

विश्व अधिक खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्वएलन मस्क की चिंता और युद्ध की विभीषिका