समझौते का सम्मान नहीं हुआ तो हमला किया, 14 सीरिया नागरिक मारे गएः एर्दोआन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 19, 2019 01:11 PM2019-10-19T13:11:04+5:302019-10-19T13:11:04+5:30
अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस एर्दोआन के साथ बातचीत के लिए बृहस्पतिवार को अंकारा पहुंचे। नाटो का सहयोगी देश इस बात से सहमत हुआ कि तुर्की, उत्तरी सीरिया में पांच दिनों के लिए अपना अभियान रोकेगा जबकि कुर्द बल इलाके से वापस हटेंगे।
तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने शुक्रवार को चेताया कि कुर्द बल ‘‘सुरक्षित क्षेत्र’’ से नहीं हटे तो सीरिया में उनके खिलाफ तुर्की फिर से अपना अभियान शुरू कर देगा।
अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस एर्दोआन के साथ बातचीत के लिए बृहस्पतिवार को अंकारा पहुंचे। नाटो का सहयोगी देश इस बात से सहमत हुआ कि तुर्की, उत्तरी सीरिया में पांच दिनों के लिए अपना अभियान रोकेगा जबकि कुर्द बल इलाके से वापस हटेंगे।
एर्दोआन ने इस्तांबुल में संवाददाताओं से कहा कि मंगलवार शाम तक वादे पूरे नहीं हुए तो सुरक्षित क्षेत्र के मुद्दे को सुलझाया जाएगा। अभियान का समय 120 घंटे के बाद शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि तुर्की के सैन्य बल क्षेत्र में बने रहेंगे क्योंकि वहां की सुरक्षा के लिए इसकी जरूरत है।
बहरहाल, युद्ध की निगरानी करने वाली संस्था सीरियाई ऑब्जरवेटरी फोर ह्यूमन राइट्स ने शुक्रवार को कहा कि सीमा पर रास अल एन के पूर्व में बाब अल खेर गांव पर तुर्की ने हवाई हमले किए। संस्था ने कहा कि 14 लोगों की मौत हो गयी।
तुर्की की सेना ‘सीरियन नेशनल आर्मी’ के तहत सीरिया के लड़ाकों को समर्थन दे रही है । उत्तरपूर्वी सीरिया में कुर्द बलों ने तुर्की पर प्रतिबंधित हथियारों के इस्तेमाल का भी आरोप लगाया लेकिन एर्दोआन ने इससे इनकार किया । एर्दोआन ने कहा, ‘‘हमारे सैन्य बलों के पास कोई रासायनिक हथियार नहीं है। हमारे सैन्य बलों को बदनाम किया जा रहा।’’ एएफपी आशीष सुभाष सुभाष
तुर्की नीत हमलों में उत्तर पूर्व सीरिया में 14 नागरिकों की मौत
तुर्की नीत बलों के हमले में शुक्रवार को उत्तर पूर्व सीरिया में 14 असैन्य नागरिक मारे गये। तुर्की के राष्ट्रपति ने अपना आक्रामक रुख और व्यापक करने की चेतावनी दी है। वहीं अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ एक सौदा महज एक घंटे बाद कमजोर पड़ता दिखा।
सीरियन ऑब्सर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि बाब अल-खैर गांव पर और उसके आसपास तुर्की के हवाई हमलों और उसके सीरियाई नुमाइंदों के मोर्टार हमलों में 14 नागरिक मारे गये। इससे बृहस्पतिवार देर रात घोषित संघर्ष विराम समझौता कमजोर पड़ सकता है।
यह समझौता संघर्ष का केंद्र बने सीमावर्ती शहर रस अल-आइन से तथा सीरिया की सीमा से लगे उन इलाकों से कुर्द लड़ाकों को निकाले जाने के लिए पांच दिन की शांति के लिए हुआ था जहां तुर्की नियंत्रण करना चाहता है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने इस्तांबुल में संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर मंगलवार शाम तक वादों पर कायम रहा जाता है तो सुरक्षित क्षेत्र के मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा। अगर विफल हो जाते हैं तो 120 घंटे पूरे होते ही अभियान शुरू हो जाएगा।’’