म्यांमा में मुस्लिम विरोधी भिक्षु पर लगा राजद्रोह का आरोप, कोर्ट ने जारी किया गिरफ्तारी वारंट
By स्वाति सिंह | Published: May 29, 2019 03:57 PM2019-05-29T15:57:29+5:302019-05-29T16:04:11+5:30
वीराथू ने खुद को 'बौद्ध बिन लादेन' कहा गया था। इसके बाद साल 2012 में राखीन राज्य में सांप्रदायिक हिंसा के बाद से देश के बौद्ध बहुमत के बीच मुस्लिम विरोधी भावना को फैलाने में अग्रणी भूमिका निभाई है।
म्यांमा की एक अदालत ने मंगलवार को मुस्लिम विरोधी कट्टरपंथी भिक्षु के खिलाफ राजद्रोह का आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यांगून पश्चिमी जिला अदालत में एक अधिकारी ने बताया कि मुस्लिम विरोधी भावना के लिए टाइम पत्रिका ने 'मैथ्यू ऑफ़ दि बुद्धिस्ट टेरर के रूप में विराथु के खिलाफ मुकदमा दायर किया।
अनादोलु समाचार एजेंसी के मुताबिक उन्होंने बताया 'जस्टिस ने इसे स्वीकार किया है और मंगलवार देर रात गिरफ्तारी वारंट जारी किया।' म्यांमा सरकार के प्रति अप्रभाव को उत्तेजित करने के प्रयासों के लिए एक जज द्वारा वारंट जारी किया गया। हालांकि, अभी तक पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया है।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक अधिकारी ने बताया कि भिक्षु के खिलाफ एक वीडियो क्लिप के चलते कार्रवाई की गई है, इस वीडियो में विराथु ने स्टेट काउंसलर आंग सान सू पर भाषण के दौरान हमला बोला। इसके बाद से यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक भक्त ने बताया कि 2017 में एक साल के लिए वीराथू के प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया।
बता दें की वीराथू ने खुद को 'बौद्ध बिन लादेन' कहा गया था। इसके बाद साल 2012 में राखीन राज्य में सांप्रदायिक हिंसा के बाद से देश के बौद्ध बहुमत के बीच मुस्लिम विरोधी भावना को फैलाने में अग्रणी भूमिका निभाई है।