अफगानिस्तान से अमेरिका की निकासी की 31 अगस्त की समयसीमा पूरी होने से कुछ घंटे पहले अमेरिकी सेना के अंतिम विमान ने हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी और इसी के साथ अमेरिका ने 20 वर्ष पुराने अपने युद्ध के समाप्त होने की घोषणा की। अमेरिकी मध्य कमान के कमांडर जनरल फ्रैंक मैकेन्जी ने ऑनलाइन आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ मैं अफगानिस्तान से निकलने और अमेरिकी नागरिकों,दूसरे देशों के नागरिकों और अफगानिस्तान के कुछ अहम लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभियान पूरा होने की घोषणा करता हूं।’’ उन्होंने कहा,‘‘ अमेरिकी सेवा का प्रत्येक सदस्य अब अफगानिस्तान से बाहर है।’’ साथ ही उन्होंने अमेरिका के सबसे लंबे चले युद्ध के समाप्त होने की घोषणा की। अमेरिका की अफगानिस्तान से वापसी सितंबर 9/11के हमले के 20वर्ष पूरे होने से कुछ वक्त पहले हुई है। इस हमले में आतंकवादी संगठन अलकायदा के आतंकवादियों ने न्यूयॉर्क में ट्विन टावर को उड़ा दिया था। इस हमले के बाद अमेरिकी सैनिक तालिबान के शासन को उखाड़ फेंकने के लिए अफगानिस्तान की सरजमीं पर उतरे,जिसने अलकायदा के सरगनाओं को सुरक्षित पनाहगाहें मुहैया कराई थीं। अमेरिकी बलों की वापसी के बाद अब अफगानिस्तान में तालिबान का शासन है और उन्होंने अमेरिका की वापसी का स्वागत किया है। तालिबान ने ट्वीट किया,‘‘ हमारे सभी देशवासियों, प्यारे देश और मुजाहिदीन को बधाई। आज सभी विदेशी बल हमारी पवित्र सरजमीं से चले गए।’’ वहीं अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष राजदूत ज़लमय खलीलजाद ने ट्वीट किया,‘‘ अफगानिस्तान में हमारा युद्ध समाप्त हुआ। हमारे बहादुर सैनिकों, नौसैनिकों,मरीन और वायुसैनिकों ने बेहतरीन सेवाएं दीं और अनेक कुर्बानियां दीं। उनके प्रति हम सम्मान और आदर व्यक्त करते हैं।’’ खलीलजाद ने कहा,‘‘ हमारी सेना और हमारे सहयोगी जो हमारे साथ खड़े रहे ,उनकी निकासी के साथ अब अफगान के पास निर्णय लेने के पल हैं। उनके देश का भविष्य अब उनके हाथों में है। वे अपना रास्ता पूरी संप्रभुता के साथ चुनेंगे।’’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा,‘‘ अब तालिबान की परीक्षा की घड़ी है।
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