वाशिंगटन: पूरे विश्व में अमेरिकाकोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है। हालांकि, पिछले दो दिनों के आंकड़े उसके लिए कुछ राहत भरे हो सकते हैं। अमेरिका में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 1,015 लोगों की मौत हुई है। जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। ये पिछले एक महीने में 24 घंटे की अवधि में मौत का सबसे कम आंकड़ा है।
वहीं, सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि इस साल 2020 के अंत तक वह वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का वैक्सीन तैयार कर लेंगे। रविवार को डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि इस साल के अंत-अंत तक अमेरिका के पास कोरोना वैक्सीन होगा। ट्रंप ने अगर कोई दूसरा देश अमेरिकी शोधकर्ताओं और रिसर्च को पीछे छोड़ता है तो उनको खुशी होगी। उन्होंने कहा, "मुझे परवाह नहीं है, मैं बस एक वैक्सीन चाहता हूं.. जो प्रभावी काम करता हो।
कोविड-19 की वजह से अमेरिका की शीर्ष अदालत पहली बार टेलीफोन के जरिये करेगी सुनवाई
कोरोना वायरस की महामारी की वजह से अमेरिका का उच्चतम न्यायालय सोमवार को पहली बार फोन के जरिये सुनवाई करेगा। साथ ही अदालत में रखी जाने वाली दलीलों का ऑडियो पहली बार पूरी दुनिया के लोग सीधा प्रसारण के जरिये सुन सकेंगे। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते अमेरिका के उच्चतम न्यायालय में सामान्य सुनवाई को असुरक्षित माना जा रहा था। यह खतरा इसलिए भी अधिक था क्योंकि अमेरिकी उच्चतम न्यायालय के छह न्यायाधीशों की उम्र 65 साल से अधिक है।
डोनाल्ड ट्रंप कोरोना वायरस के लिए चीन को ठहरा रहे हैं जिम्मेदार
डोनाल्ड ट्रंप ने 30 अप्रैल को पूरे यकीन के साथ दावा किया था कि दुनियाभर में 2,30,000 से अधिक लोगों की जान लेने वाले और अर्थव्यवस्थाओं को तबाह करने वाले कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान शहर की एक विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला से हुई है।
ट्रंप से पत्रकारों ने पूछा कि क्या उन्हें ऐसा कुछ मिला है जिससे वह यकीन के साथ कह सकते हैं कि यह वायरस वुहान के विषाणु विज्ञान संस्थान से पैदा हुआ, इस पर उन्होंने व्हाइट हाउस में कहा था, हां, मेरे पास है। हालांकि, उन्होंने कोई भी जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि जांच चल रही है और जल्द ही यह सामने आएगा।
ट्रंप ने दावा किया है कि चीन को जवाबदेह ठहराने से पहले यह पता लगाना चाहते हैं कि क्या हुआ था। उन्होंने कहा था, मुझे लगता है कि हम यह पता लगा लेंगे कि असल में हुआ क्या था। हम इस पर दृढ़ता से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा था, लेकिन वे इसे रोक सकते थे। उनका देश वैज्ञानिक एवं अन्य रूप से प्रतिभाशाली है। वे इसे रोक सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।'