अफगानिस्तान: तालिबान ने बंद कराया महिलाओं का ब्यूटी पार्लर, अकेले काबूल में लटके 3,100 ब्यूटी सैलून पर ताले
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 26, 2023 12:18 PM2023-07-26T12:18:57+5:302023-07-26T12:23:27+5:30
तालिबान के सदाचार मंत्रालय ने 4 जुलाई को ऐलान किया था कि अफगानिस्तान में महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों को बंद कर दिया जाएगा।
काबुल: अफगानिस्तान पर शासन कर रहे तालिबान हुक्मरानों ने महिला अधिकारों पर एक और कुठाराघात करते हुए मुल्क में महिलाओं के सभी ब्यूटी पार्लर को बंद करा दिया है। इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र ने अपनी चिंता जाहिर की है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार तालिबान के सदाचार मंत्रालय ने 4 जुलाई को ऐलान किया था कि अफगानिस्तान में महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों को बंद कर दिया जाएगा। इस आदेश के जारी होने के बाद बीते मंगलवार से पूरे मुल्क में महिलाओं के ब्यूटी पार्लर को बैन कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार तालिबान ने इस संबंध में मौखिक फरमान जारी करके राजधानी काबुल समेत मुल्क के अन्य प्रांतों में महिलाओं के ब्यूटी सैलून को प्रतिबंधित कर दिया है। खामा प्रेस के अनुसार तालिबान के फरमान में कहा गया है कि अफगानिस्तान में 23 जुलाई के बाद महिलाओं के ब्यूटी पार्लरों को नहीं चलाया जा सकता है।
वहीं इस मसले पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि महिलाओं के ब्यूटी सैलून को जबरन बंद करने से महिलाओं की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार यूएन महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने तालिबान अधिकारियों से अपील की कि वो महिलाओं के ब्यूटी सैलून बंद करने का आदेश वापस लें।
उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा, “यूएन महासचिव अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के प्रयासों का समर्थन करते हैं, जिसने तालिबान से ब्यूटी सैलून बंद करने के आदेश को रोकने की अपील की है। यूएनएएमए ने कहा है कि महिलाओं के अधिकारों पर लगाया जा रहा यह प्रतिबंध अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा और महिलाओं की उद्यमिता के खिलाफ है।”
इस बीच अफगानिस्तान में महिला ब्यूटी सैलून मालिकों ने कहा कि कुछ महिलाएं अपने परिवार के लिए कमाने वाली हैं। इस प्रतिबंध के बाद वे अपने परिवारों का भरण-पोषण नहीं कर पाएंगी। ब्यूटी सैलून की मालिक मस्तोरा ने कहा कि उनके सैलून में दस से अधिक अन्य महिलाएं अपने परिवारों का आर्थिक रूप से समर्थन करती हैं।
मस्तोरा ने कहा, "यह ब्यूटी पार्लर ही एकमात्र साधन है, जिसके माध्यम से दस लोग अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं लेकिन इस प्रतिबंध के बाद उनके परिवारों का भरण-पोषण रूक जाएगा।" वहीं एक अन्य ब्यूटी सैलून की मालकिन हुमा ने कहा, "आज उन्होंने हमसे हमारी रोटी और हमारा काम छीन लिया। इस फैसले से हम महिलाएं बहुत ज्यादा परेशान हैं।"
बताया जा रहा है कि पूरे अफगानिस्तान में 12,000 से अधिक महिला ब्यूटी सैलून हैं, जिनमें से प्रत्येक में औसतन 5 महिलाएं कार्यरत हैं। अकेले राजधानी काबुल की बात करें तो केवल वहां पर महिलाओं के 3,100 ब्यूटी सैलून हैं, जिन पर इस फैसले के बाद ताले लटक गये हैं।