अफगानिस्तानः तालिबान ने कहा- किसी भी दूतावास को कोई खतरा नहीं, विदेशी संस्थानों को देंगे सुरक्षा
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 17, 2021 21:33 IST2021-08-17T21:12:43+5:302021-08-17T21:33:51+5:30
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि हम सभी विदेशी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, मिशनों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं।

देश पर उसके कब्जे के बाद ‘हर किसी को माफ कर दिया गया है’ और राजनीतिक वार्ता जारी है।
काबुलः तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है। किसी भी दूतावास को कोई खतरा नहीं है। विदेशी संस्थानों को सुरक्षा देंगे। काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि हम सभी विदेशी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, मिशनों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमें मान्यता दे।
तालिबान के प्रवक्ता ने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अफगानिस्तान अब मुक्त हो गया है और समूह कोई बदला नहीं लेना चाहता है। देश पर उसके कब्जे के बाद ‘हर किसी को माफ कर दिया गया है’ और राजनीतिक वार्ता जारी है। तालिबान प्रवक्ता ने पुरजोर शब्दों में कहा कि महिलाओं के अधिकारों का इस्लामी कानून के तहत सम्मान किया जाएगा, पूर्ववर्ती शासन ने महिलाओं के जीवन पर पाबंदियां लगा दी थीं।
In response to question about differences b/w 1990s Taliban & today's, Taliban spox Zabihullah Mujahid said the ideology & beliefs are the same because they're Muslims, but there is a change in terms of experience--they're more experienced & have a different perspective: TOLOnews
— ANI (@ANI) August 17, 2021
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, "तालिबान महिलाओं को इस्लाम के आधार पर उनके अधिकार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। महिलाएं स्वास्थ्य क्षेत्र और अन्य क्षेत्रों में काम कर सकती हैं जहां उनकी जरूरत है। महिलाओं के खिलाफ कोई भेदभाव नहीं होगा।"
तालिबान लड़ाके अफगानिस्तान की कमान संभालने के बाद देश की रक्षा करेंगे। तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि लड़ाके किसी से बदला नहीं लेना चाहते और सभी को बख्श दिया गया है। जबीउल्ला मुजाहिद ने मंगलवार को अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। वह सालों तक विद्रोहियों की ओर से गुपचुप तरीके से बयान जारी करते रहे हैं।
तालिबान के पिछले शासन के दौरान महिलाओं के जीवन और अधिकारों पर कड़ी पाबंदियां देखी गई थीं। ऐसे में तालिबान प्रवक्ता के इस बयान को काफी अहम माना जा रहा है। मुजाहिद ने यह भी कहा कि तालिबान चाहता है कि निजी मीडिया ''स्वतंत्र रहे'' , लेकिन उन्होंने इस बात को विशेष तौर पर रेखांकित किया कि पत्रकारों को ''देश के मूल्यों के खिलाफ काम नहीं करना चाहिये।''
The security of embassies in Kabul is of crucial importance to us. We would like to assure all foreign countries that our forces are there to ensure the security of all embassies, missions, international organizations, and aid agencies: Taliban spokesperson Zabihullah Mujahid pic.twitter.com/tmMKJifZc9
— ANI (@ANI) August 17, 2021
1990 के दशक के बीच मतभेदों के बारे में सवाल के जवाब में तालिबान और आज के तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि विचारधारा और विश्वास समान हैं क्योंकि वे मुसलमान हैं, लेकिन अनुभव के संदर्भ में एक बदलाव है - वे अधिक अनुभवी हैं और उनके पास एक है अलग नजरिया है।