काबुल: तालिबान ने टोलो न्यूज के कैमरामैन वहीद अहमदी को मंगलवार को करीब तीन घंटे तक पकड़े रखने के बाद रिहा कर दिया। टोलो न्यूज ने कहा कि तालिबान ने वहीद अहमदी को उनका कैमरा भी तस्वीरों के साथ लौटा दिया। साथ ही करीब दर्जन भऱ और पत्रकारों को भी तालिबान ने छोड़ा।
अफगानिस्तान के पहला समाचार चैनल टोलो न्यूज ने इससे पहले बताया था कि तालिबान ने काबुल में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शनों को कवर करने से पत्रकारों को रोक दिया था और उनके कैमरे छीन लिए थे। रिपोर्ट में ये भी कहा गया था कि पत्रकारों को तालिबान ने पकड़ लिया है और किसी अज्ञात जगह पर ले गए हैं।
वहीं, टोलो न्यूज की पत्रकार जहरा रहीमी ने भी इस संबंध में ट्वीट कर बताया था, 'मेरे साथी वहीद अहमदी जो काबुल में आज हो रहे प्रर्दर्शन को कवर कर रहे थे, उन्हें तालिबान लड़ाके अपने साथ ले गए हैं। उनके साथ कुछ अन्य पत्रकारों और कैमरामैन को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।'
दरअसल, मंगलवार को सैकड़ों अफगान काबुल की सड़कों पर उतरें और पाकिस्तान सहित आईएसआई के खिलाफ प्रदर्शन किया। इसमें ज्यादातर महिलाएं थीं। इसी प्रदर्शनों के दौरान ये सबकुछ हुआ।
टोलो न्यूज के अलावा अफगान न्यूज टीवी नेटवर्क अरियाना न्यूज के एक पत्रकार के भी तालिबान द्वारा पकड़े जाने की बात सामने आई थी।
अरियान न्यूज के बैस हयात ने ट्वीट कर बताया था कि उनके साथी समी जहेश सहित कैमरामैन समीम को भी तालिबान ने पकड़ लिया है और दो घंटे से उनसे संपर्क नहीं हो सका है।
बता दें कि काबुल में प्रदर्शनकारी एक साथ काबुल सेरेना होटल की ओर बढ़े जहां पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी आईएसआई के डायरेक्टर पिछले हफ्ते से रूके हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार भीड़ बढ़ने पर तालिबानी लडाकों ने लोगों की हटाने के लिए हवाई फायरिंग भी की।