अफगानिस्तान: काबुल एयरपोर्ट के बाहर फिर बम धमाका, आतंकियों ने इस बार रॉकेट से किया गया हमला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 29, 2021 07:57 PM2021-08-29T19:57:09+5:302021-08-29T19:57:43+5:30
अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट (Afghanistan Kabul Airport) के पास एक बार फिर हमले की ख़बर आई है. इस बार रॉकेट से हमला किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमला रविवार शाम काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport Bomb Blast) के पश्चिम में रिहायशी इलाके खाज-ए-बुगरा में हुआ है.
अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट (Afghanistan Kabul Airport) के पास एक बार फिर हमले की ख़बर आई है. इस बार रॉकेट से हमला किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमला रविवार शाम काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport Bomb Blast) के पश्चिम में रिहायशी इलाके खाज-ए-बुगरा में हुआ है. इससे से पहले आत्मघाती हमले में 170 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार इसमें 2 लोगों की मौत हो गई है और 3 लोग घायल हैं. पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. अफगान पुलिस के मुताबिक रॉकेट एयरपोर्ट के उत्तर पूर्वी इलाके में गिरा. अफगानिस्तान के स्वास्थय मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने भी धमाके ही पुष्टि की है. इससे पहले गुरुवार शाम एयरपोर्ट के पास 2 फिदायीन हमले हुए थे.
#UPDATE | A rocket struck a neighborhood just northwest of Kabul’s airport today, killing a child, an Afghan police chief said: Associated Press
— ANI (@ANI) August 29, 2021
इस हमले का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें एक घर से धुंआ उठा हुआ देखा जा रहा है. अमेरिकी विदेश विभाग ने खुफिया जानकारी के आधार पर चेतावनी देते हुए कहा था कि अमेरिकी नागरिकों को इस वक्त एयरपोर्ट और उसके सभी गेटों की ओर जाने से बचना चाहिए.
न्यूज़ चैनल अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान ने कहा था कि काबुल एयरपोर्ट पर ISIS के हमले की आशंका बहुत ज्यादा है. साथ ही लोगों से कहा है कि वे एयरपोर्ट पर नहीं जाएं. दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी थी कि अगले 24 से 36 घंटे में काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमला हो सकता है.
बता दें काबुल एयरपोर्ट पर खतरे को लेकर अमेरिका ने पहला अलर्ट गुरुवार को जारी किया था और उसी दिन शाम को आतंकी संगठन ISIS-खुरासान (ISIS-K) ने एयरपोर्ट पर हमला कर दिया था. इस हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों समेत 170 लोगों की जान गई थी.