अबू धाबी एयरपोर्ट पर हुआ ड्रोन अटैक, हमले में दो भारतीय की मौत
By मनाली रस्तोगी | Published: January 17, 2022 06:10 PM2022-01-17T18:10:23+5:302022-01-17T18:20:23+5:30
आबू धाबी में तेल के तीन टैंकरों में ड्रोन की मदद से विस्फोट करने का मामला सामने आया है। संयुक्त अरब अमीरात में यमन के हूती विद्रोहियों ने हमले को करने का दावा किया है। वहीं, इस हादसे में अब तक तीन लोगों की मृत्यु हुई है। मृतकों में एक पाकिस्तानी और दो भारतीय नागरिक हैं।
दुबई: अबू धाबी में सोमवार को तीन तेल टैंकरों में विस्फोट और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के मुख्य हवाई अड्डे के एक विस्तार पटल पर आग लगने का मामला सामने आया है। घटना संदिग्ध ड्रोन हमले की वजह से हुई हो सकती है, जिनमें तीन लोगों की मौत हो गयी और छह लोग घायल हो गये। मृतकों की पहचान दो भारतीय नागरिकों और एक पाकिस्तानी के तौर पर हुई है. अबू धाबी पुलिस ने एक बयान में यह बात कही। मामले की जांच जारी है और मृतकों व घायलों की पहचान की जा रही है।
#UPDATEAbu Dhabi fire | Two Indian nationals killed. Their identities being ascertained: Indian envoy to UAE Sunjay Sudhir confirms to ANI
— ANI (@ANI) January 17, 2022
अबू धाबी पुलिस ने संदिग्ध हमले के पीछे अभी किसी पर संदेह नहीं जताया है, लेकिन यमन के हूती विद्रोहियों ने संयुक्त अरब अमीरात पर निशाना साधने के लिए हमला करने की जिम्मेदारी ली है। ईरान समर्थित हूतियों ने पहले भी अनेक हमलों को अंजाम दिये जाने का दावा किया है, जिन्हें बाद में अमीरात के अधिकारियों ने खारिज कर दिया। अबू धाबी पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में छोटी-छोटी उड़ने वाली वस्तुओं के दोनों इलाकों में गिरने का पता चला है, जो संभवत: ड्रोन से संबंधित हो सकती हैं। इनसे विस्फोट और आग की घटना को अंजाम दिया गया हो सकता है।
Yemen's Iran-aligned Houthi movement said it had carried out an attack on the United Arab Emirates after authorities in the Gulf state reported two fires in the capital Abu Dhabi that were possibly caused by drones: Reuters
— ANI (@ANI) January 17, 2022
उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस ने इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी। यूएई 2015 की शुरुआत से ही यमन में संघर्ष कर रहा है। यमन में अंतरराष्ट्रीय समर्थन प्राप्त सरकार को सत्ता से बेदखल किये जाने के बाद ईरान समर्थित हूतियों के खिलाफ हमला छेड़ने वाले सऊदी नीत गठबंधन में यूएई अहम सदस्य था। यूएई ने यमन में अपने सैनिकों की संख्या कम कर दी है, लेकिन वह संघर्ष में सक्रियता से शामिल है और हूतियों से लड़ रहे प्रमुख मिलीशिया का समर्थन करता है।
Update: Smoke seen in #AbuDhabi following suspected #Houthi drone attack on three oil tankers. pic.twitter.com/IS44EJAGeU
— Al Bawaba News (@AlBawabaEnglish) January 17, 2022
वह यमन में आतंकवाद निरोधक अभियानों में अमेरिका के साथ भी सहयोग कर रहा है। पिछले कुछ सप्ताह में हूती विद्रोही दबाव में आ गये हैं और भारी नुकसान उठा रहे हैं, जहां यूएई समर्थित यमन के बलों ने देश के प्रमुख दक्षिणी और मध्य प्रांतों में विद्रोही समूहों को खदेड़ दिया है। यह घटना ऐसे समय में घटी है जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ-इन यूएई के दौरे पर हैं। संयुक्त अरब अमीरात के प्रधानमंत्री और दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के साथ मून की मुलाकात के दौरान दोनों पक्षों ने यूएई को सतह से हवा में प्रहार करने वाली मध्यम दूरी की दक्षिण कोरियाई मिसाइलों की बिक्री के लिए करीब 3.5 अरब डॉलर का समझौता किया।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)