रूसी रॉकेट हमले में यूक्रेन में एक कृष्ण मंदिर क्षतिग्रस्त हुआ, मंदिर में मौजूद एक भक्त बाल-बाल बचा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 7, 2023 02:49 PM2023-07-07T14:49:51+5:302023-07-07T14:51:09+5:30
यूक्रेन से खबर आई है कि रूसी रॉकेट हमले में यूक्रेन के खेरसॉन शहर में एक कृष्ण मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि जारी जंग के बीच ही इस मंदिर से मूर्तियों को पहले ही एक गुप्त स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया था। रूसी रॉकेट हमले में मंदिर की छत में छेद हो गया, जबकि कमरों को भारी नुकसान हुआ।
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को अब 17 महीने हो चुके हैं। दिन पर दिन ये लड़ाई और खतरनाक होती जा रही है। एक तरफ जहां रूस ने यूक्रेनी शहरों पर मिसाइल और रॉकेट हमले तेज कर दिए हैं वहीं यूक्रेन भी अमेरिका और पश्चिमी देशों से मिले हथियारों के दम पर जोरदार पलटवार कर रहा है।
इसी बीच यूक्रेन से खबर आई है कि रूसी रॉकेट हमले में यूक्रेन के खेरसॉन शहर में एक कृष्ण मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि जारी जंग के बीच ही इस मंदिर से मूर्तियों को पहले ही एक गुप्त स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया था। रूसी रॉकेट हमले में मंदिर की छत में छेद हो गया, जबकि कमरों को भारी नुकसान हुआ। इस दौरान मंदिर में मौजूद एक भक्त भी बाल-बाल बच गया। उसे मामूली चोटें आई हैं।
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच करीब डेढ़ साल से जारी जंग के बीच रूसी सेना ने यूक्रेन के कई शहरों और कई वर्ग किलोमीटर जमीन पर कब्जा कर लिया था। इसे वापस पाने के लिए यूक्रेन जोरदार कोशिश कर रहा है। हाल ही में यूक्रेन ने दावा किया कि उसने पिछले हफ्ते रूस से कुल 14 वर्ग मील, पूर्व में 9 वर्ग किमी क्षेत्र और दक्षिण में 28.4 वर्ग किमी क्षेत्र को वापस छीन लिया है।
हाल ही में रूस की तरफ से यूक्रेन में जंग लड़ रही प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के विद्रोह के बाद माना जा रहा है कि रूस की पकड़ कमजोर पड़ेगी। माना जा रहा है कि वैगनर लड़ाकों के हटने के बाद रूस को जीते हुए इलाकों पर पकड़ बनाए रखने में मुश्किल होगी।
इस युद्ध का कोई अंत होता नजर नहीं आ रहा करीब एक साल से चल रहे इस युद्ध के कारण दोनों देशों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समय बीतने के साथ युद्ध और भीषण होता जा रहा है। यहां तक कि इस लड़ाई के परमाणु युद्ध तक पहुंचने की चिंता भी जताई जा रही है। हाल ही में बेलारूस में रूस द्वारा सामरिक परमाणु हथियारों की तैनाती की गई थी। इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन भी चिंता जता चुके हैं और कहा है कि रूस वास्तव में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।