VIDEO: मोहर्रम जुलूस में बवाल, पुलिस का लाठीचार्ज, देखें वायरल वीडियो
By संदीप दाहिमा | Updated: July 7, 2025 13:50 IST2025-07-07T13:48:45+5:302025-07-07T13:50:13+5:30
Muharram 2025 Video Viral: मध्यप्रदेश के उज्जैन में रविवार को मोहर्रम जुलूस में शामिल लोगों द्वारा प्रतिबंधित मार्ग से घोड़े का पुतला ले जाने की कोशिश करने के बाद बैरिकेड गिरने से पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए।

VIDEO: मोहर्रम जुलूस में बवाल, पुलिस का लाठीचार्ज, देखें वायरल वीडियो
Muharram 2025 Video Viral: मध्यप्रदेश के उज्जैन में रविवार को मोहर्रम जुलूस में शामिल लोगों द्वारा प्रतिबंधित मार्ग से घोड़े का पुतला ले जाने की कोशिश करने के बाद बैरिकेड गिरने से पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जीवाजीगंज थानाक्षेत्र में जुलूस में शामिल कुछ लोगों की पुलिस से झड़प के बाद खजूरवाड़ी मस्जिद के पास स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने संवाददाताओं से कहा,‘‘मार्ग पहले ही तय कर लिया गया था और जुलूस के आयोजकों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया था कि वे निषिद्ध मार्गों से घोड़े के पुतले को न ले जाएं। इसके बावजूद जुलूस में शामिल लोगों ने घोड़े के पुतले को लेकर बैरिकेड हटाते हुए प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने की कोशिश की।’’
#MadhyaPradesh : उज्जैन में मुहर्रम जुलूस के दौरान बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज, 16 पर केस दर्ज
— AajTak (@aajtak) July 6, 2025
उज्जैन में शनिवार रात मोहर्रम के जुलूस के दौरान तय रूट को छोड़कर जुलूस निकालने की कोशिश में बवाल हो गया। अब्दालपुरा की ओर घोड़ा ले जाने पर रोकने पर भीड़ ने बैरिकेड तोड़ दिए। पुलिस ने… pic.twitter.com/2Q0WNyP0jt
उन्होंने कहा,‘‘हमें भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। वे घोड़े का पुतला छोड़कर भाग गए।’’ जीवाजीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक विवेक कनोडिया ने बताया कि सहायक उप निरीक्षक खुमान सिंह केलवा, प्रधान आरक्षक मुकेश मुनिया, अनिल सिसोदिया, चंद्रपाल और आरक्षक श्याम सिंह घायल हो गए, जिनका जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया। कनोडिया ने बताया, ‘‘बैरिकेड गिराने के लिए इस्तेमाल किया गया घोड़े का पुतला बेगम बाग के इरफान उर्फ लल्ला का है। आयोजकों समेत सोलह लोगों पर भारतीय न्याय संहिता के तहत दंगा करने, गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने और सरकारी कर्मचारियों को उनके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने का मामला दर्ज किया गया है।’’