प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिस पर कई सवाल उठ रहे हैं। इस वीडियो में पीएम एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी और सोनिया गांधी का नाम लिये बगैर उन पर व्यंग्य कस रहे हैं। हालांकि, विवाद इस बात पर है कि इस कार्यक्रम में जब मोदी ने राहुल पर तंज कसा उस समय डिस्लेक्सिया बीमारी की चर्चा हो रही थी।
यह कार्यक्रम शनिवार का है जिसमें पीएम मोदी स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2019 के तहत वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये इंजीनियरिंग के छात्रों को संबोधित कर रहे थे और उनके सवालों के जवाब दे रहे थे। इसी सेशन में एक छात्रा पीएम मोदी से डिस्लेक्सिया से गुजर रहे बच्चों की मदद को लेकर बात कर रही थी। इस पर पीएम मोदी ने छात्रा को बीच में रोकते हुए पूछा कि क्या इससे 40 और 50 साल के लोगों का भी फायदा होगा।
इतना कहते ही कई छात्र हंसने लगते हैं और छात्रा का जवाब आता है कि 'हां होगा'। पीएम भी इस दौरान लगातार मुस्कुराते हैं और फिर पूछते हैं, 'इससे तो फिर मां बहुत खुश होगी।'
इस वीडियो के बाद पीएम मोदी विपक्ष के निशाने पर आ गये हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने डिस्लेक्सिया बीमारी के बहाने राहुल गांधी को निशाना बनाकर किए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजाक की आलोचना की। मोदी पर निशाना साधते हुए सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, 'नरेंद्र मोदी डिस्लेक्सिया पीडि़त लोगों के नाम पर राजनीतिक मजाक कर रहे हैं। आपको शर्म आनी चाहिए। आप इससे और नीचे नहीं गिर सकते। आपके अंदर की असंवेदनशीलता किसी भी नदी में डुबकी लगाने से नहीं धुल सकती। वे भले ही सीखने की प्रक्रिया में धीमे हों, लेकिन आपकी तरह पत्थरदिल नहीं हैं।''
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने भी इस मजाक पर मोदी की आलोचना की। सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने पीएम के इस मजाक की आलोचना की है।