नई दिल्ली: देश में चल रहे कोरोना संकट के बीच महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही। शनिवार को लगातर 21वें दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है। जिसके चलते सब्जियों, फलों और बाकी चीजों के दाम भी बढ़ रहे हैं। सरकारी पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की मूल्य के संबंध में अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल 0.25 पैसे महंगा हुआ है। वहीं डीजल की कीमत में 0.21 पैसे प्रति लीटर का इजाफा हुआ है।
लगातर बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों के बाद पीएम मोदी और भाजपा नेताओं का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है जब यूपीए काल में तेल बढ़ोतरी पर आड़े हाथ लिया था। वहीं, सोशल मीडिया यूजर्स भी फनी मिम्स बनाकर खूब शेयर कर रहे हैं।
इसी वीडियो की एक क्लिप में भाजपा नेता प्रकाश जावड़ेकर कह रहे हैं कि ''सरकार ने पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी की है, मगर इसका कोई आधार नहीं है। जिस दिन तेल के दाम बढ़ाए गए उसी दिन अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें कम हुई हैं। हम सरकार को चुनौती देते हैं कि पूरी तरह से रिफाइंड तेल दिल्ली में 34 रुपए प्रतिलीटर मिल सकता है। मुंबई 36 रुपए प्रतिलीटर मिल सकता है तो दोगुने दाम क्यों वसूले जा रहे हैं।''
वहीं, एक वीडियो में तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी कहते नजर आते हैं ''जिस तरह से सरकार ने पेट्रोल के दाम बढ़ा दिए। ये दिल्ली सरकार की शासन चलाने की नाकामी का जीता जागता सबूत है। देश की जनता में भारी आक्रोश है। तेल के दाम बढ़ाने से और भी चीजों पर बोझ पड़ने वाला है। सरकार पर भी बोझ बढ़ने वाला है। इसलिए मैं आशा करुंगा की पीएम देश की स्थिति को गंभीरता से लें और बढ़ाए गए दाम को वापस लें।''
वहीं, पुराने वीडियो में भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन कहते हैं कि पीएम की गलत नीतियों की वजह से आम आदमी पर उन्होंने महंगाई का तमाचा मारा है। सरकार बार-बार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाती है। हर बार कहा जाता है कि कंपनियों को घाटा हो रहा है। जब दुनिया के बाजार में तेल के दाम गिर जाते हैं तब सरकार कोई कदम नहीं उठाती।