वॉशिंगटन: अफ्रीकी मूल के अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की पुलिस हिरासत में मौत को लेकर अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। हिंसा की लपटें राजधानी वॉशिंगटन डीसी और व्हाइट हाउस तक पहुंच चुकी हैं। इस बीच ह्यूस्टन पुलिस के चीफ आर्ट एवेकेडो (Art Acevedo) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर एक विवादित बयान दिया है। जिसके बाद वह चर्चा में आ गए हैं। अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन (CNN) पर हिंसा को लेकर बातचीत के दौरान ह्यूस्टन पुलिस के चीफ आर्ट एवेकेडो ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास अगर कुछ सही और ठोस बोलने को नहीं है तो उन्हें अपना मुंह बंद रखना चाहिए।
अमेरिकी न्यूज चैनल CNN की एंकर Christiane Amanpour ने ह्यूस्टन पुलिस के चीफ से हुई बातचीत का वीडियो शेयर किया है। जिसमें पुलिस चीफ राष्ट्रपति ट्रंप को अपना मुंह बंद रखने की सलाह दे रहे हैं। वीडियो में ह्यूस्टन पुलिस ने कहा, ''अमेरिका के राष्ट्रपति को पूरे देश की पुलिस की तरफ से कहना चाहता हूं कि गर उनके पास कुछ अच्छा बोलने के लिए नहीं है, तो उन्हें अपना मुंह बंद रखना चाहिए।''
ह्यूस्टन पुलिस चीफ ने यह भी कहा कि इस वक्त उन्हें नेतृत्व की जरूरत है। यह प्रेसीडेंट बनने का वक्त है ना कि सीखने कहा। राष्ट्रपति की ओर से हमें ऐसी उम्मीद आनी चाहिए कि हर कोई एक साथ है। चाहे हम उन्हें वोट करें या ना करें, लेकिन वो देश के राष्ट्रपति हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीट और बयान को अमेरिकी के विपक्षी नेता बता रहे हैं भड़काउ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगातार दिए जा रहे बयान और ट्वीट पर अमेरिकी विपक्षी नेता सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि इस वक्त में भी ट्रंप भड़काऊ भाषण दे रहे हैं।
अमेरिका में जारी हिंसा के बीच बीते दिन डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया था कि अगर प्रदर्शनकारी शांत नहीं बैठे, तो वो सड़कों पर सेना उतारने का आदेश दे देंगे। दूसरी ओर उन्होंने सभी राज्यों के गवर्नर से कहा है कि अपने राज्य में हिंसा रोकें और प्रदर्शनकारियों को लंबे वक्त तक जेल में बंद रखें।
जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद ट्रंप ने किया था विवादित ट्वीट
जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक विवादित ट्वीट किया था, जिसपर काफी विवाद हुआ था। जिसमें कहा गया था, जब लूट शुरू होती है तो, शूट भी शुरू होता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने एक जून को कहा है, मैंने इस देश के कानून को सबसे ऊपर रखने की शपथ ली थी और मैं अब बिल्कुल वही करने वाला हूं।रविवार (31 मई) रात वॉशिंगटन डीसी में जो कुछ हुआ वह बेहद गलत था। मैं हजारों की संख्या में हथियारों से लैस सेना के जवानों को उतार रहा हूं। इनका काम दंगा, आगजनी, लूट और मासूम लोगों पर हमले की घटनाओं पर लगाम लगाना होगा।'
ट्रंप को दंगा और हिंसा की वजह से व्हाइट हाउस के बंकर में लेनी पड़ी शरण
सीएनएन के मुताबिक, ट्रंप को व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन के दौरान कुछ समय के लिए भूमिगत बंकर में ले जाया गया। प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप और उनके बेटे बैरन को भी बंकर में ले जाया गया। राष्ट्रपति ट्रंप रविवार (31 मई) को सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए लेकिन एक के बाद एक कई ट्वीट कर उन्होंने देश में नफरत एवं अराजकता को बढ़ावा देने के लिए मीडियो को दोष दिया।