आलोचनाओं के बाद बाबा रामदेव को मिला 'राष्ट्रभक्त' का टैग, ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #राष्ट्रभक्त_रामदेव, जानें क्या है पूरा माजरा
By पल्लवी कुमारी | Published: November 20, 2019 04:49 PM2019-11-20T16:49:49+5:302019-11-20T16:49:49+5:30
सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से मांग की जा रही है कि पतंजलि के प्रोडक्ट का बहिष्कार किया जाए।
योग गुरु बाबा रामदेव पिछले कुछ दिनों से अपने बयान या फिर पतंजलि के विदेशी कंपनियों के साथ सांठगांठ की चर्चा को लेकर आलोचनाओं के शिकार हो रहे थे। बाबा रामदेव और पतंजलि के खिलाफ पिछले चार से पांच दिनों में ट्विटर कई हैशटैग चले। लेकिन आज ट्विटर पर #राष्ट्रभक्त_रामदेव टॉप ट्रेंड में है। इस ट्रेंड के साथ अबतक 79 हजार से ज्याद लोग ट्वीट कर चुके हैं। इस हैशटैग में लोग बाबा रामदेव के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं। अब सवाल उठता है कि आखिर अचानक बाबा रामदेव को 'राष्ट्रभक्त' का टैग कैसे मिल गया।
असल में बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद फिर से पटरी पर लौट आई है। मौजूदा वित्त वर्ष के पहले छह महीने (अप्रैल से सितंबर) में कंपनी की आमदनी 3,562 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। पतंजलि की ओर अधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह किसी भी वित्त वर्ष में हुई अब तक की रिकॉर्ड आमदनी है। इसके बाद से ट्विटर पर #राष्ट्रभक्त_रामदेव टॉप ट्रेंड में है।
सबसे भरोसेमंद ब्रांड #पतंजलि ने नया कीर्तिमान बनाया। देशवासियों का आभार.!🙏
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) November 20, 2019
हम वसुधैव कुटुम्ब की बात करते हैं
हमारे किये भारत एक बाजार नहीं बल्कि एक परिवार है।
पतंजलि का सारा प्रॉफिट चेरिटी, परोपकार के लिए है।https://t.co/0fHMVRIEDJpic.twitter.com/Gw1909Tmqe
इस ट्रेंड के साथ साध्वी देवप्रिया ने ट्वीट किया है, बाबा रामदेव की जीत तो तभी हो गई थी, जब उन्होंने भारत में दशकों से व्यापर करने वाली कंपनियों का शीर्षासन करवा दिया था। यही भारत की जीत है। इस जीत से ये देश विरोधी घबराएं हुए हैं।
#राष्ट्रभक्त_रामदेव
— Sadhvi Devpriya (@Sadhvi_Devpriya) November 20, 2019
बाबा रामदेव की जीत तो तभी हो गई थी, जब उन्होंने भारत में दशकों से व्यापर करने वाली कंपनियों का शीर्षासन करवा दिया था।
यही भारत की जीत है।
इस जीत से ये देश विरोधी घबराएं हुए हैं।
कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा, ''उन्हें बाबा रामदेव से नफरत है, स्वामी विवेकानंद से नफरत है, मोदी से नफरत है, वो बढ़ी फीस के खिलाफ आंदोलन करते हैं लेकिन नारा लिखते है "भगवा को जलाएंगे" इन सबसे नफरत करते करते देश से नफरत करने लगे, या देश से नफरत करते हैं इसलिए इन सबसे नफरत करने लगे।
उन्हें बाबा रामदेव से नफरत हैं
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) November 20, 2019
स्वामी विवेकानंद से नफरत हैं
मोदी से नफरत हैं
वो बढ़ी फीस के खिलाफ आंदोलन करते हैं लेकिन नारा लिखते है "भगवा को जलाएंगे"
इन सबसे नफरत करते करते देश से नफरत करने लगे
या
देश से नफरत करते हैं इसलिए इन सबसे नफरत करने लगे #राष्ट्रभक्त_रामदेव
वही एक यूजर ने लिखा, कुछ तथाकथित लोग जो विदेशियों के हाथों बिके हुए हैं उन्हें बाबा रामदेव से परेशानी हो रही है देश मे विदेशी कंपनियों को पूरी ताकत के साथ टक्कर दे रहे हैं, रामदेव जी ने अपना जीवन राष्ट्र के नाम कर रखा है।
कुछ तथाकथित लोग जो विदेशीयो के हाथो बिके हुए है उन्हें बाहा रामदेव से परेशानी हो रही है देश मे विदेशी कंपनियों को पूरी ताकत के साथ टक्कर दे रहै है रामदेव जी ने अपना जीवन राष्ट्र के नाम कर रखा है #राष्ट्रभक्त_रामदेव
— Heera (@Heera51059946) November 20, 2019
वहीं एक यूजर का कहना है कि बाबा रामदेव की वजह से ही योगा पूरे विश्व ख्याती मिली है।
Indian culture(yoga) is just famous because of baba Ramdev and the whole world celebrate yoga day just because the work of baba Ramdev #राष्ट्रभक्त_रामदेव
— Rajan Chauhan (@RajanCh72719367) November 20, 2019
#राष्ट्रभक्त_रामदेव Truth is always bitter.. @yogrishiramdev's contribution for welfare of society is far higher than All Foreign MNCs put together. The so called liberals, seculars and the contractors of caste politics in india have been exposed. #WeSupportPatanjaliProducts
— Hemant Goyal (@hemantgoyalhk) November 20, 2019
एक यूजर ने लिखा है, रामदेव पतंजलि प्रोडक्ट की कमाई का हिस्सा देश में लगाते हैं जो कुछ लोगों को हजम नहीं हो पाता है।
रामदेव पंतजली प्रोडेक्ट का कमाई का हिस्सा देश की सेवा मे लगाते है और कुख तथाकथित लोगो को यही बात हजम नही हो रही #राष्ट्रभक्त_रामदेव
— Heera (@Heera51059946) November 20, 2019
The reason behind India becoming a healthy nation is @yogrishiramdev#राष्ट्रभक्त_रामदेवpic.twitter.com/D7IgTPYqbv
— Bikram amat (@IamBikram13) November 20, 2019
Pride of India🇮🇳 #राष्ट्रभक्त_रामदेवpic.twitter.com/3bBF0pf7DP
— vikas thakur (@vikasth) November 20, 2019
कई दिनो से वह लोग संतो को बदनाम कर रहे है और संतो के रूप मे उनको सबसे बड़ा टारगेट #राष्ट्रभक्त_रामदेव मिले
— Arjun Patel (@ArjunPa30310305) November 20, 2019
आइए एक बार फिर से उन्हे औकात दिखाई जाए और बताया जाए कि संत क्या होते है
इससे पहले कि नकारात्मक विचार लोगो के दिमाग मे जगह बनाएं फिर से सकारात्मक पहल करे #राष्ट्रभक्त_रामदेव
#राष्ट्रभक्त_रामदेव Everyone come together and support#राष्ट्रभक्त_रामदेव
— Atul Kushwaha (@Atul_Real1) November 20, 2019
He has given everything for India, Hs is target of Anti-Nationals. Lets support him @yogrishiramdev
आखिर पिछले कुछ दिनों से बाबा रामदेव को क्यों किया जा रहा था ट्रोल
बाबा रामदेव पतंजलि को लेकर इसलिए ट्रोल हो रहे थे, क्योंकि हाल ही में इकॉनोमिक टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक बाबा रामदेव की पतंजलि भी अब विदेशी कंपनियों से हाथ मिलाने की तैयारी में है। पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने ‘इकनोमिक टाइम्स’ को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि पतंजलि अब विदेशी मल्टी नेशनल कंपनियों के साथ करार के लिए तैयार है।
लोगों का कहना है जो बाबा रामदेव बहुराष्ट्रीय कंपनियों के खिलाफ अभियान चलाकर लोगों के बीच लोकप्रिय हुए थे वह खुद अब वही काम करना चाहते हैं। इसके अलावा रामदेव की आलोचना पेरियार समेत कई ऐतिहासिक बुद्धिजीवियों के बारे में टिप्पणी करने के लिए भी हो रही है।
पतंजलि आयुर्वेद के प्रवक्ता ने मुनाफे के बारे में पीटीआई से बात करते हुए बताया कि पतंजलि आयुर्वेद अपनी प्रोडक्ट लाइन में बदलाव कर उसे और बेहतर कर रही है। कंपनी प्रोडक्ट लाइनें, जो पहले पतंजलि संभालती थी अब उन्हें कई अन्य कंपनियों को सौंप दिया गया है। जिसकी वजह से भी कारोबार अच्छा हो रहा है।