टमाटर हुआ लाल, कीमतों ने लगाई आग! 80 से 120 प्रति किलो, बारिश हुई तो बढ़ सकता है और रेट
By आजाद खान | Updated: June 26, 2023 18:53 IST2023-06-26T18:44:00+5:302023-06-26T18:53:56+5:30
व्यापारियों का कहना है कि बारिश के कारण जमीन पर उगने वाले टमाटर बर्बाद हो गए है। उनके अनुसार, केवल तारों पर उगाए जाने वाले टमाटर ही बचे हैं।

फोटो सोर्स: ANI (प्रतिकात्मक फोटो)
नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से देश में टमाटर की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिला है। खुदरा बाजार में जहां एक किलो टमाटर 80 से 120 रुपए प्रति किलो बिक रही है वहीं थोक बाजार में एक किलो टमाटर की कीमत 65 से 70 रुपए प्रति किलो चल रही है। बता दें कि यही टमाटर इसी साल मई के महीने में तीन से पांच रुपए प्रति किलो की रेट से बिक रहे थे।
जानकार टमाटर की कीमतों में अचानक आई उछाल के पीछे कई कारण बता रहे है। उनका कहना है कि देश के कई हिस्सों में उच्च तापमान, कम उत्पादन और देरी से हुई बारिश बढ़ती कीमतों के पीछे जिम्मेदार है। हालांकि आगे चलकर इसकी रेट में कमी आइगी की नहीं इसे लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है।
क्या है पूरा मामला
टमाटर के बढ़ते कीमतों पर बोलते हुए दिल्ली के आजादपुर थोक बाजार के टमाटर व्यापारी अशोक गनोर ने कहा है कि पिछले दो दिनों में टमाटर की कीमतें दोगुनी हो गई है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों से टमाटर की सप्लाई कम हो गई है जिस कारण हमें बेंगलुरु से मंगाने पड़ रहे है।
व्यापारी के अनुसार, हाल में हुई बारिश से काफी टमाटर नुकसान हुए है और केवल वही टमाटर बचें है जिन्हें तारों पर उगाया गया था। एक और व्यापारी जो महाराष्ट्र के नारायणगांव क्षेत्र का रहने वाला था ने कहा है कि किसान टमाटरों पर कीटनाशक नहीं छिड़के थे क्योंकि यूरिया के दाम काफी महंगे हो गए थे इस कारण फसलों में कीट और बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया और उत्पादन में गिरावट देखने को मिली है।
बारिश होने पर कीमतें रह सकती है मजबूत
महाराष्ट्र के नारायणगांव क्षेत्र के रहने वाले व्यापारी अजय बेल्हेकर ने कहा है कि वे गुजरात, राजस्थान और कोलकाता को बहुत पहले से टमाटर की सप्लाई कर रहे है लेकिन दाम के बढ़ने और सप्लाई में कमी के कारण अब उन्हें दिल्ली जैसे शहरों से भी कॉल आ रहे है।
जानकारों ने बताया कि अगर हिमाचल प्रदेश और अन्य उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश होती है तो इसके दाम ऐसी ही रह जाएंगे और कीमते और भी मजबूत हो सकती है। उनके अनुसार, टमाटर की कीमतें बढ़ने से भोजनालयों और रेस्तरां के मेनू रेट भी बदल सकते है।