असम में बाढ़ का कहर जारी रहा है। राज्य के 29 जिलों में हालात जस के तस बने हुए हैं। बाढ़ से अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है और 57 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच काजीरंगा स्थित हरमति इलाके के एक घर में उस वक्त हल्ला मच गया, जब घरवालों ने देखा कि उनके घर के बिस्तप पर एक बाघ बैठा हुआ है। घटना सुबह सात बजे की है।
इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग ने पूरे मामले पर नजर बनाई हुई है। वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट इंडिया ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी तस्वीरें शेयर की है। हालांकि बाघ पर नजर रखी जा रही है, लेकिन उसे अभी तक निकाला नहीं गया है।
काजीरंगा के हरमति इलाके में रफीकुल अपने घर के कमरे मे पहुंचे तो बाघ को बेड पर बैठा देखर डर गये। वन विभाग का कहना है कि काजीरंगा नैशनल पार्क में पानी भर जाने की वजह से ही बाघ इधर आया होगा। उन्होंने यह भी बताया कि बाघ भूखा है, इसलिए वो खाने की तलाश में इधर आया होगा। बता दें कि नैशनल पार्क के 90 फीसदी हिस्से में पानी भरा हुआ है।
असम में बाढ़ का कहर जारी रहा। राज्य के 29 जिलों में हालात जस के तस बने हुए हैं। बाढ़ से अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है और 57 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में एक गेंडे की मौत हो गई जबकि ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां गुवाहाटी समेत कई इलाकों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
एएसडीएमए ने कहा है कि हैलाकांडी में जलस्तर कम हुआ है लेकिन अब भी राज्य में 57.51 लाख लोग प्रभावित हैं। प्राधिकरण के अनुसार मोरीगांव में चार, सोनितपुर और उदालगिरी में दो-दो जबकि कामरूप (महानगर) और नौगांव जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है। एएसडीएमए ने कहा कि 1.50 लाख से अधिक विस्थापित लोग 427 राहत शिविरों में शरण लिये हुए हैं। विभिन्न जिला प्रशासनों ने 392 राहत वितरण केन्द्र बनाए हैं।