शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे को अपना नेता चुना है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के तौर पर 28 नवंबर को शपथ ग्रहण करेंगे। आज (27 नवंबर) सरकार गठन से पहले महाराष्ट्र विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों का शपथग्रहण जारी है। शपथ ग्रहण के पहले महाराष्ट्र की राजनीति पर लगातार शायराना अंजाद में ट्वीट करने वाले शिवसेना नेता संजय राउत अपने एक ट्वीट को लेकर फिर से चर्चा में हैं।
शिवसेना नेता संजय राउत ने सुबह 7.45 पर ट्वीट कर लिखा, ''अभी तो इस बाज की असली उड़ान बाकी है। अभी तो इस परिंदे का इम्तिहान बाकी है। अभी अभी मैंने लांघा है समुंदरों को, अभी तो पूरा आसमान बाकी है।'' इस ट्वीट के जरिए संजय राउत ने भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) पर तंज कसा है।
संजय राउत ने जैसे ही ये ट्वीट किया उसपर रिट्वीट और लाइक्स के बाढ़ आ गए। एक घंटे के पहले ही राउत के इस ट्वीट को एक हजार रिट्वीट और सात हजार लाइक्स मिल चुके थे।
28 नवंबर को शाम छह बजकर 40 मिनट पर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे दादर में शिवाजी पार्क में 28 नवंबर को शाम छह बजकर 40 मिनट पर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल को 166 विधायकों के समर्थन वाला एक पत्र सौंपा। राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को संबोधित एक पत्र में उनसे विधानसभा में बहुमत के समर्थन वाली एक ‘‘सूची’’ तीन दिसंबर तक सौंपने के लिए कहा है। राजभवन के एक बयान के मुताबिक, राज्यपाल ने उद्धव ठाकरे को संबोधित एक पत्र में कहा, ‘‘मैंने देखा है कि महाराष्ट्र विकास आघाड़ी के पास 166 निर्वाचित सदस्य हैं। ’’ बयान में कहा गया है कि क्योंकि उद्धव महाराष्ट्र विधानमंडल के सदस्य नहीं हैं इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह महीने के भीतर सदस्य बनना होगा।
बता दें कि शनिवार (23 नवंबर) को देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। देवेंद्र फड़नवीस ने इस्तीफे से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि अजित पवार ने अपना समर्थन वापस ले लिया है, जिसके बाद बीजेपी के पास विधायकों का समर्थन नहीं है। बता दें कि महाराष्ट्र में 288 सीटों के लिए हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 105, कांग्रेस को 44, शिवसेना को 56 और एनसीपी को 54 सीट मिले थे।