बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक महिला का विवादित वीडियो शेयर किया है। जेएनयू के छात्र शरजील इमाम के बाद इस महिला का वीडियो ट्विटर पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में महिला में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर कई आरोप लगा रही है। वीडियो को पोस्ट कर संबित पात्रा ने लिखा है- ''अब उस नापाक शरजील इमाम के बाद जरा इस मोहतरमा को भी सुन लीजिए, “हमें किसी पे भरोसा नहीं है, इस सुप्रीम कोर्ट पर भी विश्वास नहीं,अफजल गुरु निर्दोष था।रामजन्मभूमि पर मस्जिद बनना था।'' दोस्तों इतने जहर की खेती (वो भी mass manufacturing) इन कुछ ही दिनो में तो नहीं हुआ होगा??''
वीडियो में महिला कहती हुई दिख रही है, ''हम सीएए-एनआरसी की वजह से उतरे हैं, सिर्फ उसके खिलाफ नहीं उतरे हैं। हमें एहसास हो रहा है कि हम न सरकार पर भरोसा कर सकते हैं और न सुप्रीम कोर्ट पर विश्वास कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अफजल गुरु को इंडिया की 'कलेक्टिव कॉन्शंस' के लिए फांसी पर चढ़ा दिया था। आज पता चलता है कि अफजल गुरु का संसद पर हमले में कोई हाथ नहीं था। कोर्ट पहले कहती है कि बाबरी मस्जिद के नीचे कोई मंदिर नहीं था, ताला तोड़ना गलत था, मस्जिद गिराना गलत है और फिर कहती है कि यहां मंदिर बनेगा।'
देखिए वायरल वीडियो
संबित पात्रा का यह ट्वीट वायरल हो गया है। इस महिला के वीडियो को कई लोगों ने शेयर किया है। पात्रा द्वारा किए ट्वीट पर 16 हजार लाइक्स और साढ़े सात हजार रिट्वीट हैं।
दिल्ली व यूपी पुलिस ने शरजील इमाम के खिलाफ किया केस दर्ज
दिल्ली पुलिस सहित यूपी और कई राज्यों की पुलिस ने शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन के दौरान चर्चा में आए कार्यकर्ता शरजील इमाम पर संशोधित नागरिकता कानून और राष्ट्रीय नागरिक पंजी के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप में रविवार को मामला दर्ज किया। पुलिस के अनुसार, बिहार निवासी और जवाहलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र शरजील ने ‘‘सीएए और एनआरसी के विरोध में काफी उकसाऊ और भड़काने वाले भाषण’’ दिए। उन्होंने कहा, ‘‘उसने पिछले साल 13 दिसंबर को भी जामिया मिल्लिया इस्लामिया में भी ऐसा ही भाषण दिया था और इसके बाद सरकार के खिलाफ उकसावे वाला एक और भाषण दिया जो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से चल रहा है।’’
वायरल वीडियो में क्या कह कह रहे हैं शरजील इमाम
शरजील इमाम को एक ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए सुना गया कि असम को भारत के शेष हिस्से से काटना चाहिए और सबक सिखाना चाहिए क्योंकि वहां बंगाली हिंदुओं और मुस्लिम दोनों की हत्या की जा रही है या उन्हें निरोध केंद्रों में रखा जा रहा है। ऐसी खबर है कि उसने यह भी कहा था कि अगर वह पांच लाख लोगों को एकत्रित कर सकें तो ‘‘असम को भारत के शेष हिस्से से स्थायी रूप से अलग किया जा सकता है...अगर स्थायी रूप से नहीं तो कम से कम कुछ महीनों तक तो किया ही जा सकता है।’’