नई दिल्ली, 24 सितंबर: राफेल विमान सौदे में ‘ऑफसेट पार्टनर’ के संदर्भ में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कथित बयान के बाद कांग्रेस और विपक्षी पार्टी नरेन्द्र मोदी सरकार पर और भी ज्यादा हमलावपर हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज( 24 सितंबर) एक बार फिर राफेल सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया है।
राहुल ने जायस में एक जनसभा में राफेल सौदे का उल्लेख करते हुए कहा, 'एचएएल (हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड) से कांट्रैक्ट छीनकर अनिल अंबानी को क्यों दिया गया? भारत की जनता राफेल सौदे की कीमत जानना चाहती है।'
उन्होंने आरोप लगाया कि देश के चौकीदार ने हिन्दुस्तान के जवानों और शहीदों की जेब से 20 हजार करोड़ रुपये निकालकर अनिल अंबानी की जेब में डाला है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी इस बारे में सफाई नहीं दे सकते हैं क्योंकि उनमें सफाई देने का दम नहीं है। नरेंद्र मोदी भाषण देते हैं लेकिन जवाब नहीं दे पाते हैं।'
राहुल ने कहा कि मोदी सरकार के समय किसान रो रहे हैं, गरीब रो रहे हैं। मौजूदा सरकार पूरा का पूरा फायदा पांच दस लोगों को ही दे रही है। उन्होंने कहा कि अनिल अंबानी, विजय माल्या, नीरव मोदी और ललित मोदी जैसों को फायदा दिया जा रहा है।
राहुल के बयान और विपक्षी के निशानों के बाद ट्विटर पर एक हैशटैग #ChorPMChupHaiचल रहा है। इस हैशटैग को कांग्रेस ने ट्रेंड करवाया है। कांग्रेस ने इस हैशटैग के साथ कई ट्वीट किए। जिसमें वह मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस ने ट्वीट किए, 'राफेल तो उड़ न पाया, दोस्त हुआ है मालदार। देश की जनता जान गयी है, चुप क्यों है चोरों का सरदार। #ChorPMChupHai'
कांग्रेस ने एक अन्य ट्वीट किया, 'डरो मत मोदी जी, देश की जनता राफेल घोटाले के बारे में जानना चाहती है #ChorPMChupHai' इस हैशटैग पर लोग भी अपनी राय दे रहे हैं। लोग पीएम मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल कर उन्हें चोर बता रहे हैं।
पीएम मोदी की तस्वीर शेयर कर यह भी कह रहे हैं कि अब साबित हो गया है कि ‘चौकीदार ही असली गुनहगार है।’विपक्ष का कहना है कि इस मामले में प्रधानमंत्री को देश को जवाब देना चाहिए। आप भी देखें कुछ ट्वीट
कांग्रेस यह आरोप लगाती रही है कि मोदी सरकार ने फ्रांस की कंपनी दसाल्ट से 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद का जो सौदा किया है, उसका मूल्य पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में किए गए समझौते की तुलना में बहुत अधिक है जिससे सरकारी खजाने को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पार्टी ने यह भी दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौदे को बदलवाया जिससे एचएएल से ठेका लेकर रिलायंस डिफेंस दिया गया।