ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर #मोदीजी_शिक्षामित्र_याद_है ट्रेंड हो रहा है। इस ट्रेंड के साथ पीएम मोदी की जमकर आलोचना की जा रही है। इस ट्रेंड के साथ पीएम मोदी का एक बयान खूब शेयर किया जा रहा है। एक अखबार के स्क्रीनशॉट को वायरल कर दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने अपने एक बयान में कहा था- ''शिक्षामित्र आत्महत्या न करें, हल निकालेंगे।'' अखबार के स्क्रीनशॉट से पता चल रहा है कि पीएम मोदी ये यह बयान अपने संसदीय क्षेत्र बनारस में दिया था। दावा किया जा रहा है की पीएम मोदी ने यह बयान लोकसभा चुनाव-2019 के पहले चुनावी सभा के दौरान बनारस में दिया था।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा है, चुनाव से पहले भाजपा सरकार ने शिक्षा मित्रों को स्थाई कारने का वादा किया था। अब ये लोग अपना वादा भूल चुके हैं और हर रोज कोई ना कोई शिक्षा मित्र अपनी जान दे रहा है।''
एक यूजर ने लिखा, प्रधानमंत्री मोदी जी 2014 और 2017 के चुनावों मे खुले मंच से अपने संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों का स्थायी समाधान करने का संकल्प लिया था। क्या आप इस पर भी अपना ध्यान केंद्रित करेंगे या चुनावीवादा करके भूल गए हैं।
एक यूजर ने कहा, 'हे ईश्वर कैसा राजा इस देश व प्रदेश का जिसकी संवेदना मर गई है। क्रूर सरकार की क्रूरता ने 700 से ज्यादा निर्दोष शिक्षामित्रों को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया ये एक संयोजित हत्या है मोदी और योगी के द्वारा।'
बता दें कि अक्टूबर 2019 में यूपी के कन्नौज जिले में बीएलओ द्वारा जबरन ड्यूटी लगाए जाने पर शिक्षामित्र ने आत्महत्या कर ली थी। घर में शिक्षामित्र का शव फंदे से लटका मिला था। इस घटना के बाद भी सीएम योगी और पीएम मोदी की काफी आलोचना हुई थी।