जानें कौन हैं प्रियंका गांधी के निजी सहायक संदीप सिंह, कभी JNU में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को दिखाए थे काले झंडे
By पल्लवी कुमारी | Published: August 14, 2019 03:42 PM2019-08-14T15:42:21+5:302019-08-14T15:42:21+5:30
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सहायक संदीप सिंह के खिलाफ पत्रकार ने घोरावल थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। प्राथमिकी में वाराणसी निवासी नीतीश कुमार पांडेय ने आरोप लगाया है कि प्रियंका गांधी जब सोनभद्र के उभ्भा आईं तो उनके निजी सहायक संदीप सिंह ने समाचार कवरेज के दौरान उनसे (नीतीश) मारपीट की और धमकी दी व गालियां दी हैं।
प्रियंका गांधी वाड्रा के मंगलवार (13 अगस्त) को सोनभद्र के दौरे के समय उनके निजी सहायक संदीप सिंह द्वारा एक पत्रकार से बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस मामले को लेकर पत्रकार ने संदीप सिंह पर एफआईआर दर्ज करवाई है। ऐसा पहली बार नहीं है जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ का पूर्व अध्यक्ष संदीप सिंह चर्चा में आये हों। इससे पहले भी वो कई बार चर्चाओं में रह चुके हैं। पहले ये पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के राजनीतिक सलाहकार थे। हालांकि राजनीतिक सलाहकार संदीप सिंह को पदनाम तो नहीं मिला था लेकिन ऐसा माना जाता था कि वो राहुल गांधी के लिये सारे भाषण और प्लान बनाते थे। लेकिन जब प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस महासचिव बनाया गया तो संदीप सिंह को उनका निजी बनाया गया। इसलिए वह प्रियंका गांधी के दौरे में हमेशा उनके साथ रहते हैं।
मनमोहन सिंह को JNU में दिखाए थे काले झंडे
संदीप सिंह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के एक मध्यवर्गीय परिवार से हैं। संदीप सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई करने के बाद जेएनयू आए थे। नवंबर 2005 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जेएनयू गए थे तो संदीप सिंह के नेतृत्व में छात्रों के एक समूह ने उनकी सरकार की 'जनविरोधी नीतियों' के विरोध में उन्हें काले झंडे दिखाए थे।
जेएनयू में आने के बाद संदीप सिंह का भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) की छात्र शाखा ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के संपर्क में आए। शुरुआत में जेएनयू में संदीप सिंह ने हिंदी विभाग में एडमिशन लिया था। लेकिन वह फिर दर्शनशास्त्र की पढ़ाई करने लगे।
उनके करीबी दोस्त बताते हैं कि वो भाषण देने और लिखने में माहिर हैं। इस भाषण कला के लिए 2007 में जेएनयू छात्र संघ के वो अध्यक्ष बने थे।
JNU से निकलने के बाद अन्ना हजारे और केजरीवाल के लोकपाल आंदोलन से जुड़े
जेएनयू से निकलने के बाद संदीप सिंह ने वामपंथी राजनीति से अलगअन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाले लोकपाल आंदोलन से जुड़े। उसके बाद वहां से उन्होंने कांग्रेस का रुख किया। इंडिया टूडे के मुताबिक संदीप सिंह कांग्रेस पार्टी से अध्यक्ष के भाषण लेखक के रूप में जुड़े थे और जल्दी ही वो पार्टी के रणनीतिकारों में शामिल हो गये।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद संदीप सिंह ने मनमोहन सिंह को काला झंडा दिखाने के लिए माफी मांगी थी।
पत्रकार को धमकाने वाले वायरल वीडियो में संदीप सिंह ने क्या कहा
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि पत्रकार प्रियंका से अनुच्छेद—370 समाप्त करने के बारे में सवाल कर रहा है लेकिन प्रियंका के निजी सहायक संदीप सिंह उसे धक्का देकर पीछे ढकेल रहे हैं। इसके बाद दोनों के बीच कहासुनी होती है। सहयोगी को पत्रकार से यह कहते भी सुना जा सकता है कि वह भाजपा से पैसे लेकर उसके इशारे पर काम कर रहा है।
@priyankagandhi जी! आप सोनभद्र के गरीबों का आंसू पोंछने का नाटक बंद कीजिये, प्लीज!
— Mrityunjay Kumar (@MrityunjayUP) August 13, 2019
मीडिया की स्वतंत्रता की दुहाई देने वाले कहाँ हैं जब प्रियंका वाड्रा के सहायक एक पत्रकार के साथ बदसलूकी कर रहे हैं और वह कुछ नहीं बोल रहीं।
पर #उप्र सरकार पत्रकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। pic.twitter.com/fARouwIDsw
पत्रकार को धमकाते हुए संदीप सिंह ने कहा, 'सुनो सुनो, ठोक के यहीं बजा दूंगा। मारूंगा तो गिर जाओगे।' इस पर रिपोर्टर प्रियंका गांधी से कहता है कि देखिए कांग्रेस कार्यकर्ता कैसे कैमरे पर धक्का मार रहे हैं।