जलवायु परिवर्तन को लेकर आवाज उठाने वाली स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग और पाकिस्तान के नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई की मुलाकात चर्चा में हैं। 17 वर्षीय ग्रेटा थनबर्ग और 22 वर्षीय मलाला की मुलाकात ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (ब्रिटेन) में हुई है। दोनों ने अपने मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर साझा की है। ग्रेटा थनबर्ग की तस्वीर को साझा करते हुए मलाला ने लिखा, एकमात्र दोस्त जिसके लिए मैं स्कूल से निकल गई। मलाला अभी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही हैं। मलाला के ट्विट को ग्रेटा थनबर्ग ने रिट्वीट किया।
ग्रेटा-मलाला की कहानी एक सी
मलाला और ग्रेटा की कहानी थोड़ी बहुत मिलती जुलती हैं। दोनों को पढ़ाई के दौरान बाधा का सामने करना पड़ा है। दोनों पहली बार 15 साल की उम्र में ही दुनिया में चर्चा केंद्र बनी। 9 अक्टूबर 2012 को मलाला यूसुफजई को पाकिस्तान के स्वात घाटी में तालिबानी आतंकियों ने गोली मार दी थी। मलाला ने पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा को लेकर आवाज बुलंद की थी। घायल मलाला का ब्रिटेन में हुआ था। उन्हें शांति का नोबेल पुरस्कार भी दिया गया।
2018 में पहली बार ग्रेटा थनबर्ग आई चर्चा में
स्वीडन की रहने वाली ग्रेटा थनबर्ग पहली बार पर्यावरण के मुद्दे पर स्वीडिश संसद के बाहर अगस्त 2018 में प्रदर्शन करके चर्चा में आईं। ग्रेटा तीन-चार साल अवसाद में भी रही हैं, इस दौरान उनका स्कूल जाना भी छूट गया था। हालांकि स्कूल छोड़ने के मसले पर ग्रेटा थनबर्ग को अपने पिता का समर्थन नहीं मिला था। अब उनके पिता का कहना है कि जब से ग्रेटा ने पर्यावरण के मुद्दे पर काम करना शुरू किया है तो वह खुश रहने लगी हैं। ग्रेटा थनबर्ग को 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है।