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CAA-NRC-NPR के विरोध में कन्हैया कुमार की रैली जारी, कहा-सरकार युवाओं को धर्म के नाम लड़ा रही है

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 1, 2020 08:34 IST

कन्हैया कुमार जेएनयू राजद्रोह मामले (2016) को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में हैं. 28 फरवरी को दिल्ली सरकार ने JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर राजद्रोह केस चलाने की मंजूरी दी है.

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ठळक मुद्देजेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने लोकसभा चुनाव 2019 में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ा थाकन्हैया कुमार 2016 में तब राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों ने आ गए जब दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया

सीपीआई नेता कन्हैया कुमारनागरिकता संशोधन कानून (CAA), एनआरसी और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) के विरोध में लगातार रैलियां कर रहे हैं। 28 फरवरी को दिल्ली सरकार ने उनके खिलाफ राजद्रोह का केस चलाने की अनुमति दी है। इसके अगले दिन कन्हैया कुमार ने झारखंड की राजधानी रांची में CAA-NRC-NPR के विरोध में आयोजित सभा में हिस्सा लिया। कन्हैया कुमार ने कहा, सरकार युवाओं को धर्म के नाम पर एक-दूसरे से लड़ा रही है।

कन्हैया कुमार ने 29 फरवरी को ट्वीट किया, "आज रांची में गरीब विरोधी CAA-NRC-NPR के विरोध में सभा आयोजित हुई।अच्छे दिन का झांसा देने वालों ने अर्थव्यवस्था बर्बाद कर दी है, जीडीपी गिरकर 4.7% हो गई है। हर घंटे देश का एक बेरोजगार आत्महत्या कर रहा है। इसी से ध्यान भटकाने के लिए सरकार युवाओं को धर्म के नाम पर एक-दूसरे से लड़ा रही है।"

 

आज राँची में गरीब विरोधी CAA-NRC-NPR के विरोध में सभा आयोजित हुई।अच्छे दिन का झाँसा देने वालो ने अर्थव्यवस्था बर्बाद कर दी है, GDP गिरकर 4.7% हो गई है।हर घंटे देश का एक बेरोजगार आत्महत्या कर रहा है।इसी से ध्यान भटकाने के लिए सरकार युवाओं को धर्म के नाम पर एक-दूसरे से लड़ा रही है। pic.twitter.com/FcOlniQlCI— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) February 28, 2020

 

जेएनयू में देश-विरोधी नारे लगाने का आरोप

दिल्ली पुलिस ने 2016 के जेएनयू राजद्रोह मामले में कन्हैया कुमार और जेएनयू के पूर्व छात्रों उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य समेत नौ लोगों के खिलाफ पिछले साल चार्जशीट दाखिल किया था। दिल्ली पुलिस के अनुसार आरोपियों ने नौ फरवरी, 2016 को जेएनयू परिसर में एक कार्यक्रम के दौरान जुलूस निकाला। इस दौरान वहां कथित रूप से लगाये गये देश-विरोधी नारों का समर्थन किया था। 

दिल्ली सरकार के फैसले के बाद कन्हैया कुमार ने ट्वीट किया,  ‘राजद्रोह के मामले में फास्ट-ट्रैक अदालत और त्वरित कार्रवाई जरूरी है ताकि देश को पता चले कि इस पूरे मामले में राजनीतिक फायदों के लिए राजद्रोह कानून का किस तरह दुरुपयोग किया गया।’’ कन्हैया ने कहा, ‘‘राजद्रोह के मामले में मुकदमे की मंजूरी देने के लिए दिल्ली सरकार का शुक्रिया।’’ 

टॅग्स :कन्हैया कुमारएनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजिका)कैब प्रोटेस्टनागरिकता संशोधन कानूनझारखंडरांची
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