आरोपियों को सजा मिलने के इतने दिनों के बाद आज ट्विटर पर फिर ट्रेंड हुआ #Nirbhaya, जानें क्या है वजह?
By स्वाति सिंह | Published: September 29, 2020 08:55 AM2020-09-29T08:55:15+5:302020-09-29T08:55:15+5:30
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था। विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया।
लखनऊ: निर्भया कांड में आरोपियों को फांसी पर लटकाने के बाद भी देश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार में जरा भी बदलाव नहीं आया है। दरअसल, 14 सितंबर को प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी।
पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूटा है। #Nirbhaya के साथ लोगों ट्विटर पर अपना गुस्सा दिखाया है।
The same crowd which poured onto the street shouting " We want justice " mistaking Nirbhaya for a middle class MBBS student have gone complete silent on this brutal rape incident. In India caste and class matter a lot. https://t.co/UnqHSLoVeu
— Antony Idhaya Amalan_L (@26rose1) September 28, 2020
She is struggling for life in Safdarjung hospital right now. The entire country watches but can't do anything because they have voted rapists to power. 😢Where are those people who fought for Nirbhaya? https://t.co/Lb0iBMkApz
— Sanghamitra (@AudaciousQuest_) September 28, 2020
Priyanka Reddy and Nirbhaya were not raped for caste. They are raped because they think they can hang out and they feel that they enjoy the freedom that boys take at night. You can't categorised the rape. Now this too is shameful. https://t.co/AKDrpNfPxp
— बेरोजगार साक्षी शुक्ला (@Whosakshipandit) September 29, 2020
This should have got the same intensity as of Nirbhaya.
— Anil Warrier (@a_warrier) September 29, 2020
The only ones who are Nirbhaya are the rapists. https://t.co/iux1fwhVFh
— Nek Muhammad (@Nek_Muhammad) September 29, 2020
A very sad follow-up on this story. She couldn't survive. Heartbroken to read this. https://t.co/j2UU1VBfLR
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) September 29, 2020
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था। विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को दिये अपने बयान में कहा था कि चार युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की, जिसमें उसकी (पीड़िता की) जीभ कट गई। उन्होंने बताया कि पीड़िता ने चारों आरोपियों की पहचान संदीप, रामू, लवकुश और रवि के रूप में की थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संदीप को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
बाद में, रामू और लवकुश को गिरफ्तार किया गया और आज (शनिवार को) चौथे आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, हत्या के प्रयास के अलावा अजा-अजजा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मुकदमा त्वरित अदालत में चलाया जाएगा। पीड़िता को घटना के दूसरे दिन अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। वह वेंटिलेटर पर है और उसकी हालत चिंताजनक बतायी जाती है । रविवार सुबह उसे दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में रेफर कर दिया गया।