गुजरात में जैन साध्वी की शव यात्रा में शामिल हुआ कुत्ता, 5 किमी चलकर पहुंचा श्मशान, ऐसे निभाई अपनी वफादारी
By दीप्ती कुमारी | Published: May 7, 2021 01:25 PM2021-05-07T13:25:51+5:302021-05-07T13:25:51+5:30
सूरत में जैन साध्वी की पालकी यात्रा में एक कुत्ता भी शामिल हुआ और वह उनकी अंतिम यात्रा में उनकी पालकी के नीचे साथ-साथ चलता रहा। साध्वी रोज इस कुत्ते को खाना खिलाती थीं।
सूरत: इंसान और जानवर की दोस्ती सबसे अनोखी होती है। खासकर कुत्ते का अपने मालिक के प्रति खास लगाव होता है। यह बेजुबान रिश्ता बिना बोले भी सबकुछ समझता है। ऐसा ही एक दिल को छू लेने वाला उदाहरण गुजरात के सूरत में देखने को मिला।
सूरत की पीयूष वर्षा साध्वी ने 100 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली लेकिन कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण कुछ लोगों ने ही उनके अंतिम संस्कार में भाग लिया। ये साध्वी जैन समाज से थीं। ऐले में घर से श्मशान तक 'पालकी यात्रा' निकाली गई थी । इस यात्रा में एक कुत्ते ने भी भाग लिया।
लोगों के अनुसार साध्वी महाराज जब भी घर से बाहर निकलती, उस कुत्ते को खाना खिलाती थी। जैसे ही साध्वी की पालकी यात्रा शरु हुई, कुत्ता भी लोगों के साथ चलने लगा। घर से श्मशान तक की दूरी 5 किलोमीटर थी और वह कुत्ता पूरे रास्ते पालकी के नीचे चलता रहा । बाकी लोग भी चुपचाप यात्रा में चल रहे थे ।
असल में वह पूरे रास्ते बिना किसी भटकाव के साध्वी महाराज की अंतिम यात्रा में साथ चलता रहा । साथ ही कुत्ता उनकी चिता के जलाने तक वही रूका रहा । बाद में लोग कुत्ते को भी अपने साथ घर के पास ले आए, जहां साध्वी उसे खाना खिलाती थीं ।
कुत्ते की यह कहानी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है । लोग यह फोटो साझा कर रहे हैं और कुत्ते की वफादारी तारीफ कर रहे हैं । हालांकि कुछ लोग इस बात को लेकर भी चिंतित नजर आए कि अब उसकी देखभाल कौन करेगा , उसे खाना कौन खिलाएगा । वहीं कुछ लोगों ने यह भी उम्मीद जताई है कि आसपास के लोग कुत्ते का ध्यान जरूर रखेंगे ।