'मैं भगवान विष्णु का अवतार, सरकार में बैठे राक्षस कर रहे हैं परेशान', सेवानिवृत्त कर्मचारी का दावा-लाने जा रहा हूं सूखा
By अभिषेक पारीक | Updated: July 5, 2021 14:50 IST2021-07-05T14:39:50+5:302021-07-05T14:50:34+5:30
गुजरात सरकार के पूर्व कर्मचारी रमेशचंद्र फेफर ने भगवान विष्णु का दसवां अवतार या 'कल्कि' अवतार होने का दावा किया है। ऑफिस से अनुपस्थित रहने के कारण रमेशचंद्र को सेवानिवृत्ति दे दी गई थी।

रमेशचंद्र फेफर। (फोटोः फेसबुक)
गुजरात सरकार के पूर्व कर्मचारी रमेशचंद्र फेफर ने भगवान विष्णु का दसवां अवतार या 'कल्कि' अवतार होने का दावा किया है। ऑफिस से अनुपस्थित रहने के कारण रमेशचंद्र को सेवानिवृत्ति दे दी गई थी। उन्होंने कहा है कि यदि उनकी ग्रेच्युटी की राशि तुरंत जारी नहीं की गई तो वे अपनी दिव्य शक्तियों का उपयोग करके दुनिया में भयंकर सूखा लाएंगे। फेफर को ऑफिस से अनुपस्थित रहने के कारण समय से पहले ही सरकारी सेवा से प्रीमेच्योर रिटायरमेंट दिया गया था।
जल संसाधन विभाग के सचिव को संबोधित करते हुए एक जुलाई को फेफर ने एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा कि 'सरकार में बैठे राक्षस' उनकी 16 लाख रुपये की ग्रेच्युटी और साल भर के वेतन के रूप में अन्य 16 लाख रुपये की राशि रोककर उन्हें परेशान कर रहे हैं। खुद को उत्पीड़ित बताते हुए फेफर ने कहा, 'पृथ्वी पर गंभीर सूखा लाएंगे' क्योंकि वह भगवान विष्णु के दसवें अवतार हैं जो सतयुग पर शासन करते हैं।
रमेशचंद्र फेफर को राज्य के जल संसाधन विभाग की सरदार सरोवर पुनर्वस्वत एजेंसी के अधीक्षक अभियंता के तौर पर तैनात किया गया था। जिसमें वह वडोदरा स्थित कार्यालय से नर्मदा बांध परियोजना से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए काम करते थे। उन्होंने 2018 में आठ महीनों के दौरान सिर्फ 16 दिन काम किया था। जिसके लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
जल संसाधन विभाग के सचिव एमके जादव ने कहा कि फेफर बिना काम पर आए सैलेरी मांग रहे हैं। वह जोर देकर कहते हैं कि उन्हें इसलिए भुगतान किया जाना चाहिए क्योंकि वह कल्कि के अवतार हैं और धरती पर बारिश लाने के लिए काम कर रहे हैं। जादव ने कहा कि यह बिलकुल बकवास है।
मानसिक स्थिति देखकर दी थी सेवानिवृत्ति
उन्होंने कहा कि मुझे उनका पत्र मिला है, जिसमें ग्रेच्युटी और एक साल के वेतन का दावा किया गया है। उनकी ग्रेच्युटी की प्रक्रिया चल रही है। पिछली बार (कल्कि अवतार होने का) दावा करने के बाद उनसे पूछताछ की गई थी, जिसके बाद सरकार ने उनकी मानसिक स्थिति को विशेष मामले के रूप में लेते हुए उन्हें समय से पहले ही सेवानिवृत्ति दे दी थी। उन्होंने कहा कि सामान्यतः जांच का सामना करने वाले व्यक्ति को समय से पहले सेवानिवृत्ति नहीं दी जाती है।
फेफर ने कहा-मैं धरती पर सूखा लाने जा रहा हूं
फेफर ने कहा कि देश में एक साल के दौरान एक भी सूखा नहीं पड़ा है। पिछले बीस सालों में अच्छी बारिश से भारत को 20 लाख करोड़ रुपये का लाभ हुआ है। इसके बावजूद सरकार में बैठे राक्षस मुझे परेशान कर रहे हैं। इस वजह से मैं इस साल धरती पर सूखा लाने जा रहा हूं। मैं भगवान विष्णु का दसवां अवतार हूं और मैं सतयुग में धरती पर राज करता हूं।