गिरफ्तारी पर डीके शिवकुमार ने कहा- बीजेपी के मेरे दोस्तों मुबारक हो, वायरल हुआ ट्वीट
By पल्लवी कुमारी | Updated: September 4, 2019 14:06 IST2019-09-04T14:06:29+5:302019-09-04T14:06:29+5:30
2017 में इनकम टैक्स रेड के दौरान डीके शिवकुमार के करीब 60 ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। इस दौरान करीब 11 करोड़ रुपये कैश मिला था और करोड़ों की संपत्ति के बारे में पता चला था। इसके बाद से ईडी ने डीके शिवकुमार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा भी दर्ज किया था।

गिरफ्तारी पर डीके शिवकुमार ने कहा- बीजेपी के मेरे दोस्तों मुबारक हो, वायरल हुआ ट्वीट
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक में कांग्रेस के संकटमोचक नेता माने जाने वाले डी के शिवकुमार को मंगलवार (3 सितम्बर) को गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने धनशोधन मामले में पिछले कुछ दिनों में उनसे बार-बार पूछताछ की थी। पूर्व कैबिनेट मंत्री और कनकपुरा के विधायक शिवकुमार पूछताछ के लिए चौथी बार मंगलवार को यहां ईडी मुख्यालय पेश हुए। अधिकारियों ने बताया कि लंबी पूछताछ के बाद उन्हें धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी को लेकर डीके शिवकुमार ने नरेन्द्र मोदी की सरकार और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है। अपनी गिरफ्तारी के लिए डीके शिवकुमार ने ट्वीट कर बीजेपी को 'धन्यवाद' दिया है। ट्वीट करते हुये डीके शिवकुमार ने लिखा, ''मैं अपने बीजेपी मित्रों को मुझे गिरफ्तार करवाने के लिये अपने मिशन में सफल होने के लिए बधाई देता हूं। मेरे खिलाफ आईटी और ईडी के मामले राजनीति से प्रेरित हैं। मैं भाजपा की प्रतिशोध और बदले की राजनीति का शिकार हूं।'' डीके शिवकुमार का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस ट्वीट पर छह हजार रिट्वीट हैं और 22 हजार लाइक्स हैं।
I congratulate my BJP friends for finally being successful in their mission of arresting me.
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) September 3, 2019
The IT and ED cases against me are politically motivated and I am a victim of BJP's politics of vengeance and vendetta.
इसके अलावा डीके शिवकुमार ने एक और ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा है, ''मैं अपनी पार्टी के कैडर, समर्थकों और शुभचिंतकों से अपील करता हूं कि वे निराश न हों, क्योंकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मुझे भगवान और हमारे देश की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। मुझे पूरा यकीन है कि मैं इस बदले की राजनीति के खिलाफ कानूनी और राजनीतिक रूप से विजयी बनूंगा''
I appeal to my party cadre, supporters and well-wishers to not be disheartened as I have done nothing illegal.
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) September 3, 2019
I have full faith in God & in our country's Judiciary and am very confident that I will emerge victorious both legally and politically against this vendetta politics.
बीजेपी ने डीके शिवकुमार के आरोपों का खंडर किया है।
बीजेपी नेताओं ने इस आरोप का खंडन किया है। प्रदेश कांग्रस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने भाजपा पर प्रतिशोध की भावना से विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि पूरी पार्टी शिवकुमार के साथ खड़ी है। ईडी ने आयकर विभाग के आरोपपत्र के आधार पर शिवकुमार एवं अन्य के खिलाफ पीएमएलए मामला दर्ज किया था।
30 अगस्त को पहली बार ईडी के सामने पेश होते हुए शिवकुमार ने कहा था, ‘‘ (पेश होना) मेरा कर्तव्य है... मुझे कानून का सम्मान करना है। हम निर्वाचित प्रतिनिधि हैं और कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं। उसने (ईडी ने) मुझे बुलाया है... मुझे नहीं पता कि उसने मुझे धनशोधन रोकथाम कानून के तहत क्यों बुलाया है।’’ उन्होंने कहा था, ‘‘ लेकिन मैं देखता हूं , उनकी सुनता हूं। मैं उसका सामना करने को तैयार हूं। ’’
कर्नाटक के कांग्रेस नेताओं ने शिवकुमार पर कार्रवाई को बदले की राजनीति करार दिया।
जानें क्यों किया गया है डीके शिवकुमार को गिरफ्तार
अधिकारियों के अनुसार शिवकुमार को ईडी बुधवार को यहां अदालत में पेश करेगी और उनकी हिरासत की मांग करेगी। ईडी ने शिवकुमार, नयी दिल्ली में कर्नाटक भवन में कर्मचारी हनुमनथैया और अन्य के खिलाफ पिछले साल धनशोधन का मामला दर्ज किया था। हालांकि शिवकुमार ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया था और कहा था कि 2017 में राज्यसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक के एक रिजार्ट में गुजरात कांग्रेस के विधायकों को सुरक्षित रूप से ठहराने में अहम भूमिका निभाने के लिए आयकर तलाशी ली गयी और बाद में ईडी ने कार्रवाई की।
ऐसा आरोप था कि उस चुनाव के दौरान बीजेपी इन विधायकों पर डोरे डाल रही थी। सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने जब 2017 में गुजरात से राज्यसभा चुनाव लड़ा था तब शिवकुमार ने गुजरात कांग्रेस के 44 विधायकों को एकसाथ रखने के लिए उन्हें एक रिजार्ट में ठहराया था।
