जय श्री राम के नारे पर 'भड़कने' वाली ममता बनर्जी ने अमित शाह से ली रामायण? जानें वायरल तस्वीर का सच
By पल्लवी कुमारी | Published: September 25, 2019 04:12 PM2019-09-25T16:12:42+5:302019-09-25T16:12:42+5:30
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव-2019 के पहले जय श्री राम के नारों को लेकर काफी विवाद में आ गईं थी। सोशल मीडिया पर उनके कुछ वीडियो वायरल हुए थे, जिसमें वह जय श्री राम के नार लगा रहे लोगों पर भड़क गईं थीं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 19 सितंबर को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकत की थी। मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर लोग गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं। लोग ये दावा कर रहे हैं कि अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मुलाकात के दौरान उनको उपहार के तौर पर रामायण दी है। जिसको ममता बनर्जी ने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया है। वायरल हो रही तस्वीर में दिख रहा है कि अमित शाह ममता बनर्जी को कागजात दे रहे हैं, जिसके ऊपर लाल रंग से जय श्री राम लिखा हुआ है।
ट्विटर यूजर पी शाहसी ने वायरल तस्वीर को शेयर कर लिखा है, जय श्री राम के नारों का विरोध करने वाली ममता बनर्जी ने अमित शाह से रामायण ली है क्योंकि वह शेर अमित शाह से डर गई हैं। इस ट्ववीट में यूजर ने अमित शाह और ममता बनर्जी दोनों को टैग किया है।
@MamataOfficial Mamata Banerjee opposed Chanting JAI SHREE RAM in Bengal and now you can see her accepting RAMAYAN from Amit Shah with a broad smile on her face. Dar gayi jab sher samne aya to @AmitShahpic.twitter.com/icfpro5aNJ
— P Shashi (@srp071262) September 21, 2019
वहीं एक फेसबुक यूजर ने बांग्ला भाषा में लिखा है, ''जो ममता बनर्जी बीजेपी समर्थक के जय श्री राम के नारों को सुनकर भड़क जाती हैं, वही ममता बनर्जी हंसते हुये चेहरे के साथ जय श्री राम का पोस्टर ले रही हैं। बंगाल में ममता बनर्जी से बड़ा कोई संघ को मानने वाला नहीं है। आप जो भी ममता बनर्जी और पीएम मोदी व बीजेपी के बीच का विवाद देखते हैं वह सिर्फ एक दिखावा है।''
क्या है वायरल तस्वीर की सच्चाई
वायरल हो रही ये तस्वीर फोटोशॉप करके बनाई गई है। ये पूरी तरह फेक है। ये तस्वीर 19 सितंबर 2019 की है। जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस तस्वीर में जो शाह और ममता के हाथ में कागज है उसपर जय श्री राम नहीं लिखा हुआ है।
ये वो कागजात हैं जो मुलाकात के दौरान सफेद रंग के लिफाफे में ममता बनर्जी ने अमित शाह को दिये थे। जिसमें असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लेकर लैटर सौंपा गया था।
देखें वायरल तस्वीर
देखें असली तस्वीर
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर एनआरसी से प्रभावित इन लोगों की दशा सुधारने के लिए हस्तक्षेप की भी मांग की थी। ममता की गृह मंत्री शाह के साथ यह पहली बैठक थी, जिन्होंने (शाह ने) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल के शुरू होने के साथ करीब तीन महीने पहले गृह मंत्रालय का प्रभार संभाला था।
केंद्रीय गृह मंत्री के ‘नार्थ ब्लॉक’ स्थित कार्यालय में उनसे मिलने के बाद तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘‘मैं असम में एनआरसी के बारे में चर्चा करने के लिए गृह मंत्री से मिलने और उन्हें यह बताने आई थी कि कई वास्तविक भारतीयों को (एनआरसी) सूची से बाहर कर दिया गया है। मैंने उनसे जरूरी कदम उठाने को कहा है ताकि उन लोगों को एनआरसी में शामिल किया जा सके क्योंकि वे लोग संकट में हैं।’’