आतंकियों द्वारा पुलवामा हमले को अंजाम दिए जाने के बाद से सोशल मीडिया पर कई सारी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। इसमें दावा किया जा रहा है कि फोटो घटनास्थल की हैं। साथ ही कुछ वीडियो भी तेजी से शेयर किए जा रहे हैं, जिन्हें मौके पर मौजूद सीसीटीवी कैमरों द्वारा फिल्माया गया बताया जा रहा है।
इसे लेकर सीआरपीएफ ने एडवाइजरी जारी की है, जिसमें इस तरह की फोटो को शेयर ना किए जाने की अपील की जा रही है।
बता दें कि सीआरपीएफ के 2,500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में 14 फरवरी को यात्रा कर रहे थे। उस वक्त आतंकवादियों ने श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा के लातूमोड़ में घात लगाकर हमला किया। ज्यादातर जवान छुट्टी के बाद फिर से ड्यूटी पर लौट रहे थे।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है। यह हमला श्रीनगर से करीब 20 किलोमीटर दूर हुआ। पुलिस ने फिदायीन हमलावर की पहचान आदिल अहमद के रूप में की है। अधिकारियों ने बताया कि वह 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए।