मध्य प्रदेश में स्कूल के टॉयलेट में क्वारंटाइन किया गया आदिवासी परिवार, शौचालय में खाना खाते तस्वीर वायरल, ट्रेंड हुआ- 'शिवराज_शर्म_करो'
By पल्लवी कुमारी | Published: May 5, 2020 02:34 PM2020-05-05T14:34:00+5:302020-05-05T14:34:00+5:30
कांग्रेस ने आदिवासी परिवार के टॉयलेट में खाने खाते तस्वीर वायपल होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। सिंधिया ने 2020 के मार्च में कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हुए थे।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक आदिवासी परिवार को स्कूल के टॉयलेट में क्वारंटाइन किया गया है। जिसकी तस्वीरें ट्विटर पर वायरल हो गई है। गुना जिला के देवीपुरा गांव में सहारिया आदिवासी परिवार को कथित तौर पर एक स्कूल के टॉयलेट में क्वारंटाइन रखने पर एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान की आलोचना हो रही है। ट्विटर पर हैशटैग #शिवराज_शर्म_करो ट्रेंड कर रहा है। मध्य प्रेदश कांग्रेस की अधिकारिक पेज ने भी इस हैशटैग के समर्थन वाले दो ट्वीट को रिट्वीट किया है।
बताया जा रहा है कि राजगढ़ जिले से लौटे इस परिवार के साथ ऐसा किया गया है। टॉयलेट में खाने की थाली के साथ परिवार के मुखिया भैया लाल की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को लेकर बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने ट्वीट में कहा, "यह गुना की एक तस्वीर है, जहां एक परिवार को टॉयलेट में में क्वारंटाइन पर रखा गया है। जो लोग हर किसी मुद्दे पर सड़कों पर उतरने की धमकी देते थे, वो लोगों की नजरों से उतर गए हैं।
देखें लोगों की प्रतिक्रिया
मध्यप्रदेश के गुना में एक आदिवासी परिवार को टॉयलेट में क्वारनटीन पर रखा गया। टॉयलेट में खाना देने की वायरल हुई तस्वीर इंसानियत को शर्मसार करने वाली थी। तस्वीर वायरल हुई तो मप्र की @ChouhanShivraj सरकार इसे दबाने की कोशिश कर रही है,शर्मनाक। #शिवराज_शर्म_करोhttps://t.co/CS4GMd55xP
— Tribal Army (@TribalArmy) May 5, 2020
शिवराज सरकार में आदिवासियों के साथ जानवर जैसा दुर्व्यवहार किया जा रहा है।
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) May 5, 2020
ये तस्वीर मध्यप्रदेश के गुना के एक गाँव की हैं। जिसमें एक आदिवासी परिवार को शौचालय में क्वॉरेंटाइन किया गया हैं। उसी में खाना दे रहे हैं।
अब इस मामलें को सरकार दबाने में लगी हुई हैं।#शिवराज_शर्म_करोpic.twitter.com/nNxEAqroyl
शिवराज शर्म करो!
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) May 5, 2020
ये प्रतिशोध हम लोग आज इसलिए लिखकर कर रहे है कि गुना, मध्यप्रदेश में एक आदिवासी परिवार को क्वॉरेंटाइन पर रखने के लिए शौचालय में डाल दिया गया।
एक तरफ विधायकों की सुरक्षा के लिए ऐरोप्लेन, वीआईपी होटल, अच्छी जाँच। दूसरी तरफ ये बदसलूकी। शर्मनाक।#शिवराज_शर्म_करोpic.twitter.com/ELNbvnEcJA
#शिवराज_शर्म_करो
— Sunil Astay (@SunilAstay) May 5, 2020
गुना जिले के देवीपुरा गाँव आदिवासी परिवार को स्कूल के टॉयलेट में क्वारन्टीन करना,भाजपा के 15 साल कुशासन, भ्र्ष्टाचार सत्ता की पोल खोल रहा है,गांव में मांगलिक भवन भी नही है मतलब,सब कागजो पर है।@JM_Scindia की परंपरा गत सांसद सीट है।आखिर @ChouhanShivraj सरकार मौन? pic.twitter.com/aJgFfV7mqn
Madhya Pradesh government treats humans like animals, quarantine center made toilets in school premises. @HansrajMeena@TribalArmy#शिवराज_शर्म_करोpic.twitter.com/EgyNnASCXw
— R.S. Adivasi 🇮🇳 (@RSAdivashi) May 5, 2020
Madhyapradesh government treat humans like animals 🙄🙄#शिवराज_शर्म_करोpic.twitter.com/wrR53AN5y0
— bulbul ♥️ (@sun_lo_na_) May 5, 2020
Quarantining a tribal family in this way is a testimony to the poor mentality of these people. Soon all friends brought this hashtag #शिवराज_शर्म_करो to the global trend. @HansrajMeena#शिवराज_शर्म_करोpic.twitter.com/P051LFXTfR
— R.S. Adivasi 🇮🇳 (@RSAdivashi) May 5, 2020
जानिए प्रशासन ने क्या कहा है?
इंडिया टूडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भैया लाल सहारिया, अपनी पत्नी भूरी बाई और दो बेटों के साथ शुक्रवार शाम को अपने गांव देवीपुरा लौटे थे। ग्रामीणों ने उन्हें तब तक गांव में घुसने देने से इनकार कर दिया जब तक कि इस पूरे परिवार का कोरोना वायरस टेस्ट नहीं हो जाता। स्थानीय प्रशासन के अनुसार परिवार को रात प्राइमरी स्कूल में बिताने के लिए कहा गया था।
जिला प्रशासन ने सफाई देते हुए कहा है कि गांव वालों ने जब गांव में सहारिया के परिवार को आने से मना कर दिया तो हमने उसे स्कूल में रहने के लिए कहा था। प्रशासन की ओर अधिकारिक बयान में बताया गया है कि भैया लाल सहारिया ने स्कूल में शराब पीने के बाद अपनी पत्नी से झगड़ा किया था और खाने की थाली लेकर टॉयलेट में चला गया था। ठीक उसी दौरान धिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और तस्वीर लेकर हमे भेजी।
प्रशासन का कहना है कि परिवार के लिए स्कूल परिसर के अंदर ठहरने का उचित इंतजाम किया गया है।