180 दिन में 2500 कर्मचारियों की छंटनी करेगी कंपनी बायजू, मार्च 2023 तक लाभ में आने की योजना बनाई, जानें पूरा मामला
By भाषा | Updated: October 12, 2022 19:48 IST2022-10-12T19:40:55+5:302022-10-12T19:48:20+5:30
शिक्षा प्रद्यौगिकी कंपनी बायजू को 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में 4,588 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

मार्च, 2023 तक लाभप्रदता को हासिल करने की योजना है।
नई दिल्लीः शिक्षा प्रद्यौगिकी कंपनी बायजू की मार्च, 2023 तक अपनी विपणन और परिचालन लागत को महत्तम करके लाभ की स्थिति में पहुंचने की योजना है। इसके लिए कंपनी अगले छह महीनों में पांच प्रतिशत यानी लगभग 2,500 कर्मचारियों की छंटनी करेगी।
कंपनी की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ ने बताया कि कंपनी नयी भागीदारियों के जरिये विदेशों में ब्रांड जागरूकता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना शुरू करेगी। इसके अलावा यह भारत और विदेशी कारोबार के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करेगी।
गोकुलनाथ ने कहा, ‘‘हमने पूरे भारत में महत्वपूर्ण ब्रांड जागरूकता पैदा की है। अब हमारी मार्च, 2023 तक लाभप्रदता को हासिल करने की योजना है। इसके लिए हमने एक मार्ग बनाया है। योजना के तहत विपणन बजट को महत्तम किया जाएगा और खर्चों की प्राथमिकता तय की जाएगी।
यह नयी योजना हमें दक्षता बढ़ाने, बेकार चीजों से बचने में मदद करेगी। हमारा हाइब्रिड शिक्षण मॉडल- ‘ट्यूशन केंद्र’ और हमारा ‘ऑनलाइन शिक्षण मॉडल’ जो बायजू की कक्षाएं या हमारा ‘लर्निंग ऐप’ है। विशेष रूप से हमने हमारे पहले दो उत्पादों के लिए 10,000 शिक्षकों को नियुक्त करने की योजना बनाई है। बायजू को 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में 4,588 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।