'राहुल गांधी विदेश में एक बार वीजा लिमिट से ज्यादा रुके तो पता चलेगा कैसे पहचान की जाती है', बीजेपी IT सेल प्रभारी का वायरल हुआ ट्वीट
By ज्ञानेश चौहान | Published: December 26, 2019 03:27 PM2019-12-26T15:27:58+5:302019-12-26T15:27:58+5:30
अमित मालवीय ने इस ट्वीट से पहले एक और ट्टीट किया, जिसके साथ एक प्रेस विज्ञप्ति भी शेयर की है। इस ट्टीट में लिखा है "इस प्रेस विज्ञप्ति में कांग्रेस सरकार ने यह दावा किया था कि असम के डिटेंशन सेंटर में 362 अवैध प्रवासियों को भेजा गया।"
भारतीय जनता पार्टी के आई टी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर तंज करते हुए एक ट्वीट किया है। उनका यह ट्वीट अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस ट्वीट में अमित मालवीय ने राहुल गांधी से कहा है कि आप विदेश में एक बार वीजा लिमिट से ज्यादा दिनों तक रुककर देखिए, आपको खुद-ब-खुद पता चल जाएगा कि कैसे लोगों की पहचान की जाती है।
अमित मालवीय ने अपने ट्वीट में लिखा- "राहुल गांधी अक्सर विदेश यात्रा करते हैं। वे अगर विदेश में एक बार वीजा लिमिट से ज्यादा रुके तो पता चलेगा कैसे पहचान की जाती है। उन्हें पता चलेगा कि कैसे एक 'डिटेंशन सेंटर' में डाल दिया जाता है। वह तब जानेंगे कि कैसे देश अवैध प्रवासियों को संभालते हैं।"
Since Rahul Gandhi travels abroad quite often. Let him on one of those travels overstay beyond the valid visa permit and experience for himself how he is identified and put in a ‘detention center’ before being deported.
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 26, 2019
He will then learn how countries handle illegal migrants...
अमित मालवीय ने इस ट्वीट से पहले एक और ट्टीट किया, जिसके साथ एक प्रेस विज्ञप्ति भी शेयर की है। इस ट्टीट में लिखा है "इस प्रेस विज्ञप्ति को देखिए जिसे साल 2011 में कांग्रेस सरकार द्वारा जारी किया गया था। इस प्रेस विज्ञप्ति में कांग्रेस सरकार ने यह दावा किया था कि असम के डिटेंशन सेंटर में 362 अवैध प्रवासियों को भेजा गया।"
उन्होंने आगे लिखा, "सिर्फ इसलिए कि भारत ने आपको बार-बार खारिज किया है, क्या आप अपनी नफरत और भय की राजनीति से इसे नष्ट करने पर तुले हुए हैं।"
Rahul Gandhi
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 26, 2019
Seen this press release from 2011 issued by the Congress govt claiming to have sent 362 illegal migrants to ‘detention camps’ in Assam.
Just because India has rejected you repeatedly, are you hell bent on destroying it with your politics of hate and fear mongering? pic.twitter.com/wc9HPWjBlS