पहली बार वर्दी पहने 10459 पुलिसकर्मियों को दी गई नियुक्ति पत्र, मुख्य सचिव सुबहानी और डीजीपी सिंघल ने कर्तव्यों की शपथ दिलाई
By एस पी सिन्हा | Published: November 16, 2022 04:00 PM2022-11-16T16:00:14+5:302022-11-16T16:00:55+5:30
बिहार महागठबंधन सरकारः महिला सिपाही ने बताया कि 2019 में बहाली निकली थी। जबकि दूसरी महिला सिपाही बोली कि 2019-20 में परीक्षा की प्रक्रिया पूरी हुई। 2022 में नियुक्ति हो गई है।
पटनाः बिहार की राजधानी पटना में कुल 10459 नए पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के द्वारा नियुक्ति पत्र दिया गया। इस दौरान मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी एस.के सिंघल ने सभी पुलिसकर्मियों को उनके कर्तव्यों की शपथ दिलाई।
सबसे दिलचस्प बात तो यह रहा कि नियुक्ति पत्र लेने वाले सभी पुलिसकर्मी वर्दी पहनकर अपना नियुक्ति पत्र लेने आये थे। संभवत: विश्व के इतिहास की यह पहली घटना होगी, जब किसी नवनियुक्त लोगों को बजाप्ता वर्दी पहनाकर नियुक्ति पत्र दिया गया होगा?
सूत्रों की मानें तो नियुक्ति पत्र बांटने का दिखावा करने के लिए नीतीश सरकार ने सभी नियमों को ताक पर रखते हुए सभी जिलों में तैनात कर दिये गये पुलिसकर्मियों को बुलाया गया था। हालांकि नियुक्ति पत्र लेने वाले पुलिसकर्मियों से बात करने का प्रयास किया गया तो कुछ ने कहा कि हमलोगों को बोलने से मना किया गया है।
हालांकि एक महिला सिपाही ने बताया कि 2019 में बहाली निकली थी। जबकि दूसरी महिला सिपाही बोली कि 2019-20 में परीक्षा की प्रक्रिया पूरी हुई। 2022 में नियुक्ति हो गई है। वर्तमान में हमारा बक्सर के डुमरांव में पोस्टिंग है। नियुक्ति पत्र लेने वाले कई अन्य पुलिसकर्मियों ने जब बात की गई तो उनलोगों ने भी कहा कि हम ज्वाइन कर लिए हैं। वैसे ये तमाम नियुक्तियां 2-3 साल पुरानी हैं।
आज जिनको नियुक्ति पत्र दिया गया है, वे पुलिस के अंग बन चुके हैं, फिर भी दिखावे के लिए नियुक्ति पत्र दिया गया। यहां उल्लेखनीय है कि राज्य में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से चेहरा चमकाने के लिए पहले से नियुक्त लोगों को फिर से नियुक्ति पत्र बांटा जा रहा है। जिन पुलिसकर्मियों को आज नियुक्ति पत्र दिया गया है, वे पहले से ही ज्वाइन कर महीनों से ट्रेनिंग ले रहे हैं।
हालांकि पुलिस मुख्यालय के द्वारा पुलिसकर्मियों के बोलने पर पाबंदी लगा दी गई थी, इस कारण किसी ने कुछ भी बोलने की हिम्मत नही की। लेकिन वर्दी पहनकर गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र लेने पहुंचे महिला-पुरुष पुलिसकर्मियों ने नीतीश सरकार की पोल खोलकर रख दी है।