बेंगलुरुः बेंगलुरु में बाढ़ की विभीषिका ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। मूसलाधार बारिश के कारण कई इलाकों में पानी भर गया और राहत कार्यों के लिए नौकाओं तथा ट्रैक्टरों को लगाना पड़ा। शहर में अनेक झील, तालाब और नाले लबालब भरे हैं और निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
मुख्य रूप से बेंगलुरु के पूर्वी हिस्से प्रभावित है। जैसे बाहरी रिंग रोड (ओआरआर) खंड, बेलंदूर, मराठाहल्ली, सरजापुर, बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो तेजी से वायरल हो रहे हैं। कई नेटिज़न्स ने अब ऐसी तस्वीरें और वीडियो साझा किए हैं, जो शहर के विभिन्न क्षेत्रों की एक पूरी तरह से अलग है।
सरजापुर रोड की एक तस्वीर को साझा करते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, "यह दोमासांद्रा के पास सरजापुर रोड है। पूरा बेंगलोर नहीं डूबा है। कृपया बेंगलोर पर इस हमले को रोकें।" आठ जोनों में से केवल महादेवपुरा जोन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है।
पूरे बेंगलुरु में बाढ़ नहीं आई। पिछले एक सप्ताह में भारी बारिश के बाद मुख्य रूप से झीलों के ओवरफ्लो होने के कारण सिलिकॉन सिटी के कई इलाकों में बाढ़ आ गई। बीबीएमपी आयुक्त तुषार गिरिनाथ ने कहा, "बाढ़ बेंगलुरु के 800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 5-6 वर्ग किलोमीटर तक सीमित थी।
कई नेटिज़न्स ने अपने इलाकों की तस्वीरें साझा कीं और कहा कि बाढ़ कुछ क्षेत्रों तक सीमित थी। आर श्रीनिवासन ने ट्विटर पर लिखा है कि आईआरआर और जयदेव अस्पताल के काफी करीब हूं, इतनी भारी बारिश के बावजूद, हम ठीक हैं।
यह पिछले 50 वर्षों में बेंगलुरु द्वारा देखी गई दूसरी सबसे अधिक बारिश का मौसम है। 30 अगस्त से 4 सितंबर तक हुई मूसलाधार बारिश सामान्य वर्षा से 5 गुना अधिक थी। 162 झीलों में बारिश के कारण बाढ़ आ गई है। तेजी से नियंत्रण हो रही है।
बेंगलुरु में बाढ़ की विभीषिका के बीच एक वीडियो ने बेंगलुरु दक्षिण से लोकसभा सदस्य तेजस्वी सूर्या को सोशल मीडिया में आलोचनाओं के घेरे में ला दिया है जिसमें वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक जलपान गृह का प्रचार करते हुए डोसा खाते और उसके स्वाद की तारीफ में कसीदे काढ़ते नजर आ रहे हैं।
दरअसल 40 सेंकेड का एक वीडियो सार्वजनिक हुआ है जिसमें भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूर्या पद्मनाभ नगर में एक होटल में बैठ कर ‘बटर मसाला डोसा’ और उत्पम खाते और व्यंजन के स्वाद तथा गुणवत्ता की तारीफ करते दिखाई दे रहे है। वीडियो में सांसद ने लोगों से वहां आने और स्वादिष्ट खाने का लुत्फ उठाने का भी आग्रह किया।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह वीडियो कब का है लेकिन कांग्रेस के सोशल मीडिया की राष्ट्रीय सह संयोजक लावण्या बल्लाल ने कहा कि वीडियो पांच सितंबर का बताया जा रहा है जब शहर के अधिकतर हिस्सों में बाढ़ थी। बल्लाल ने ट्वीट किया,‘‘ पांच सितंबर का वीडियो जिसमें तेजस्वी सूर्या नाश्ते का लुत्फ उठा रहे हैं जबकि बेंगलुरु डूब रहा है। क्या वह बाढ़ प्रभावित एक भी इलाके में गए हैं ?’’ उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा,‘‘ किसी की तेजस्वी सूर्या से और उनके सहयोगियों से बात हुई? क्या वे बेंगलुरु में हैं?’’
कई उपयोगकर्ताओं ने सूर्या का वीडियो साझा किया है जिसमें कांग्रेस की पूर्व सांसद राम्या भी शामिल है। लोगों ने इसके बाद सूर्या को ट्रोल करना शुरू कर दिया। एक उपयोगकर्ता ने लिखा,‘‘ फूड ब्लॉगर तेजस्वी सूर्या, अगर आपको होटलों का प्रचार करना है तो हमें ओआरआर में कॉफी के लिए मिलना चाहिए।’’
आम आदमी पार्टी के नेता पृथ्वी रेड्डी ने लिखा, ‘‘ जब रोम जल रहा था तब नीरो बंसी बजा रहा था । जब बेंगलुरु डूब रहा था तेजस्वी सूर्या डोसा खा रहे थे और उन लोगों का उपहास उडा रहे थे जो उन्हें सत्ता में ले कर आए । अगली बार मतदान से पहले इस तस्वीर और इस मुस्कुराहट को याद रखिएगा।’’
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार बारिश के कारण बेंगलुरु में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए केंद्र सरकार से विशेष अनुदान मांगेगी। उन्होंने गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव आशीष कुमार के नेतृत्व वाले अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (आईएमसीटी) के साथ बैठक की। कुमार राज्य में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए कर्नाटक के दौरे पर आए हैं। बोम्मई ने कहा, ‘‘हमने बारिश के तीन चरणों-जुलाई, अगस्त और सितंबर के प्रथम सप्ताह में बारिश से हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी साझा की।’’
बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आईएमसीटी के साथ एक और बैठक बेंगलुरु सहित विभिन्न जिलों के उसके दौरे के बाद की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘ आईएमसीटी को तब अंतिम ज्ञापन दिया जाएगा, जो पिछले सप्ताह हमारे द्वारा सौंपे गये ज्ञापन का अद्यतन संस्करण होगा।’’
राजस्व मंत्री आर अशोक ने पिछले सप्ताह कहा था कि सरकार का अनुमान है कि जून से शुरू हुई बारिश से 7,647.13 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और हम राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष (एनडीआरएफ) के नियमों के तहत राहत की मांग करते हुए केंद्र को 1,012.5 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेज रहे हैं।