लाखों बिल्लियों को जान से मारना चाहती है ऑस्ट्रेलिया की सरकार, ये है वजह
By रजनीश | Updated: April 29, 2019 18:44 IST2019-04-29T18:44:45+5:302019-04-29T18:44:45+5:30
संरक्षणवादियों का कहना है कि सरकार सभी दोष इन जंगली बिल्लियों पर डाल रही है जबकि शहरी विस्तार और खनन जैसे अन्य कारणों पर ध्यान नहीं दे रही है जो जैव विविधता को कम करने के महत्वपूर्ण कारक हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक बिल्लियों को जहर युक्त कंगारू का मांस, चिकन खिलाया जाएगा।
जानवरों से लगाव रखने वालों के लिए बुरी खबर है। खासकर जिनको बिल्ली से लगाव है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार इस बात को लेकर चर्चा में है कि वह 20 लाख जंगली बिल्लियों को मारने का प्लान बना रही है।
इन बिल्लियों को मारने के लिए सरकार जहर से भरे ऐसे खाने की चीजों का इस्तेमाल करेगी जिनको खाते ही बिल्लियां मर जाएंगी। बिल्लियों को मारने के पीछे की वजह पच्छियों पर बढ़ता इनका आतंक है। इन बिल्लियों की वजह से लगभग 20 स्तनपायी प्रजाति के पक्षी विलुप्त हो गए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक बिल्लियों को जहर युक्त कंगारू का मांस, चिकन खिलाया जाएगा। इसको खाते ही 15 मिनट के भीतर बिल्ली मर जाएंगी। इस पूरे प्लान को अंजाम देने के लिए विमानों की मदद ली जाएगी। जहां बिल्लियों का आतंक है ऐसे क्षेत्र में जहर युक्त भोजन गिराया जाएगा।
नेशनल ऑफ थ्रेटेंड स्पीशीज के कमिश्नर का कहना है कि जंगली बिल्लियां ऑस्ट्रेलिया की मूल प्रजातियों के लिए बड़ा खतरा बनी हुई हैं। जर्नल बायोलॉजिकल कंजर्वेशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में बिल्लियां हर साल लगभग 377 मिलियन पक्षियों और 649 रेंगने वाले जीव-जंतुओं को मार देती हैं।
कई लोग और जानवरों से जुड़ी संस्थाएं सरकार की इस योजना का विरोध भी कर रहे हैं। कथित तौर पर लगभग डेढ लाख लोगों ने सरकार के इस फैसले को रोकने के लिए कई ऑनलाइन याचिकाओं पर सिग्नेचर भी किए हैं।
दूसरी ओर संरक्षणवादियों का कहना है कि सरकार सभी दोष इन जंगली बिल्लियों पर डाल रही है जबकि शहरी विस्तार और खनन जैसे अन्य कारणों पर ध्यान नहीं दे रही है जो जैव विविधता को कम करने के महत्वपूर्ण कारक हैं।

