राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अयोध्या में 2.77 एकड़ की पूरी विवादित जमीन राम लला को दी है। अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला सर्वसम्मति यानी 5-0 से आया है। सदस्यीय संविधान पीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार एक ट्रस्ट बनाएगी जो मंदिर का निर्माण कराएगी। यह जमीन अभी केंद्र सरकार के पास रहेगी और बाद में ट्रस्ट को दी जाएगी। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ की वैकल्पिक जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ट्विटर #AYODHYAVERDICT के साथ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहार वाजपेयी का एक वीडियो वायरल हो रहा है।
अटल बिहार वाजपेयी का ये वीडियो ट्विटर पर कई लोगों ने शेयर किया है। इस वीडियो में अटल बिहारी वाजपेयी राम मंदिर के निर्माण और आर्टिकल 370 को लेकर संसद में भाषण दे रहे हैं। इस वीडियो को शेयर कर ट्विटर यूजर कह रहे हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी का राम मंदिर बनाने का सपना अब जाकर पूरा हुआ है।
इस वीडियो में क्या कह रहे हैं अटल बिहारी वाजपेयी
''राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को छोड़ दिया है। उनके भाषण में राम मंदिर, आर्टिकल 370 के बारे में उल्लेख नहीं है। इसके अलावा शादी-ब्याह का समान कानून का भी जिक्र नहीं है। आपने स्वदेशी का भी परित्याग कर दिया। और ये बातें इस तरह से कही गई हैं, जैसे ये हमारे परित्याग से काफी दुखी हैं। वो तो इन बातों की आलोचना करते रहे हैं, हमें इसलिए दोषी ठहराते हैं क्योंकि हम राम मंदिर बनवाना चाहते हैं। हम देश की एकता कि बात करते हैं इसलिए हम आर्टिकल 370 हटवाना चाहते हैं।''
अटल बिहारी वाजपेयी का ये वीडियो 27 मई 1996 का है, जब 13 दिनों की सरकार के बाद अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्रपति को इस्तीपा सौंपने से पहले संसद में भाषण दे रहे हैं। 1996 के चुनाव परिणामों के बाद मई 1996 को अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के 11वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ तो ली थी लेकिन एक मत के चलते बीजेपी बहुमत साबित नहीं कर पाई, परिणाम स्वरूप समय से पहले ही बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा और सरकार 13 दिन बाद गिर गई थी।
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी ने संसद से लेकर चुनावी भाषण में हर जगह राम मंदिर बनाने के लिए आवाज बुलंद की थी। वह हमेशा से ही राम मंदिर बनने के पक्ष में थे।