बिहार में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) से मरने वाले बच्चों की संख्या 100 हो चुकी है। जिसमें से सबसे ज्यादा मौतें बिहार के जिला मुजफ्फरपुर में हुई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन इस मामले में बिहार के मुजफ्फरपुर में हालतों का जायजा लेने भी गए थे। जिसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार के हालातों के बारे में जानकारी दी थी। लेकिन इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में से एक केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे की एक तस्वीर वायरल हो गई थी। जिसमें वह सोते हुए दिख रहे थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्होंने सफाई दी है। अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, 'मैं मनन-चिंतन भी करता हूं, मैं सो नहीं रहा था।'
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) पर हुई मौतों पर कहा है, हमारी केन्द्र सरकार की टीम पहले दिन से वहां तैनात हैं और लगातार काम कर रही हैं। मैं भी वहां जाकर मरीजों से मिला हूं। मैंने उनकी केसशीट भी पढ़ी है डॉक्टरों से विस्तार से बात भी की हैं।"
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी आज (17 जून) को ने एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) से हुई मौतों पर बैठक बुलाई है। जिसमें राज्य के सभी शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी और डॉक्टर शामिल हैं।