13 भारतीय भाषाओं में 32,200 बार लिखा जय श्री राम; आंध्र प्रदेश के बुनकरों ने 60 मीटर लंबी रेशमी साड़ी में दिखाई आस्था
By आजाद खान | Published: April 21, 2022 08:12 AM2022-04-21T08:12:27+5:302022-04-21T09:09:35+5:30
जुजारू नागराजू का कहना है कि वह इस खास साड़ी को अयोध्या रामालयम को गिफ्ट करना चाहते हैं।
अमरावती:आंध्र प्रदेश के एक करघे ने 60 मीटर लंबी रेशमी साड़ी को बनाया है। इस साड़ी की खास बात यह है कि इसमें 13 भारतीय भाषाओं में 32200 बार जय श्री राम लिखा हुआ है। इसे तैयार श्री सत्य साईं जिले के धर्मावरम के जुजारू नागराजू ने बनाया है। नागराजू के मुताबिक, इसे बनाने के लिए 1.5 लाख रुपए खर्च हुए हैं। यही नहीं इसे तैयार करने में चार महीने लगे हैं जिसका वजन 16 किलो बताया जा रहा है। हर रोज तीन बुनकर इसे बनाते थे जो चार महीने में जाकर यह तैयार हुआ है। नागराजू का अब इसे अयोध्या रामालयम को गिफ्ट करने की तैयारी कर रहे है।
168 अलग-अलग चित्र है भगवान राम के
आपको बता दें कि यह खास साड़ी 60 मीटर लंबा और 44 इंच चौड़ा है जिसमें रामायण के सुंदरकांड से भगवान राम के 168 अलग-अलग चित्र भी बुने गए है। इस साड़ी को तैयार करने वाले जुजारू नागराजू ने इसे अपने आप में एक खास साड़ी बताया है और इसे अपनी भाषा में "राम कोटि वस्त्रम" कहा है। 40 साल के नागराजू ने बताया कि वे इस साड़ी को अपने पर्सनल सेविंग्स से बनाया है और अब उनकी इच्छा है कि वह इस साड़ी को अयोध्या रामालयम में बतौर तौफा दें। नागराजू के इस खास साड़ी की अब हर जगह चर्चा हो रही है और लोग इसे पसंद भी कर रहे हैं।
भक्तों ने दिए स्पेशल अगरबत्ती गिफ्ट
आपको बता दें कि इससे पहले अयोध्या में भगवान राम लला के जन्मोत्सव के मौके पर 5 फुट लंबी और 6 इंच चौड़ी अगरबत्ती को भेंट किया गया था। बताया जा रहा है कि यह खास अगरबत्ती चार दिन तक जलती रहेगी। इसे बनाने में दो महीने का समय लगा था और अगर लागत की बात की जाय तो इसमें पांच हजार रूपए खर्च हुए थे। वैसे तो भक्त हर वक्त राम लला को कुछ न कुछ गिफ्त करते रहते हैं, लेकिन उनके जन्मोत्सव पर इस खास अगरबत्ती ने सबका ध्यान अपने ओर खिंचा है। कोरोना के पिछले दो साल से राम लला का जन्मोत्सव सही से मनाया नहीं जा रहा था। यही कारण है कि इस बार बड़े धूम-धाम से मनाया गया था।