11 साल का बच्चा माता-पिता को लॉकडाउन में ऐसे ले जा रहा था घर, वायरल वीडियो को देखकर पसीजा लोगों का दिल
By पल्लवी कुमारी | Updated: May 15, 2020 12:48 IST2020-05-15T12:48:46+5:302020-05-15T12:48:46+5:30
लॉकडाउन की वजह से देश के लाखों मजदूरों की रोजी-रोटी पर आफत आ गई है। काम ना मिल पाने की वजह से और खाने की दिक्कत की वजह से वह पैदल ही अपने घर जाने को मजबूर हैं।

तस्वीर स्त्रोत- वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मद्देनजर लगे लॉकडाउन की वजह से देश के प्रवासी मजदूरों को पैदल चल अपने घर जाने को मजबूर कर दिया है। कोई रिक्शा तो कोई साइकिल से अपने घर जा रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें एक 11 साल का बच्चा ठेला वाला साइकिल खींचते हुए दिख रहा है। ठेले में बच्चा अपने माता-पिता को बिठाकर घर से जा रहा है। सोशल मीडिया पर इस बच्चे को लोग श्रवण बोल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करने वाले Ramlakhan Yadav ने इसका नाम तवारे आलम बताया है, जिसकी उम्र 11 वर्ष है। वह अपने माता-पिता को रिक्शे पर लिए बनारस से बिहार के अररिया जा रहा है। वीडियो शेयर कर यूजर ने लिखा है, तवारे आलम के पिता जब भी रिक्शा चलाते थक जाते हैं तो बेटा रिक्शा चलाने लगता है। वीडियो पर दो लाख से ज्यादा व्यूज है।
आज का श्रवण कुमार #तवारे_आलम जिसकी उम्र 11 बर्ष है। बनारस से अपने माँ बाप के साथ रिक्शे से ही अररिया बिहार के लिए निकला है।
— Ramlakhan Yadav (@RamlakhanSp) May 14, 2020
पिता जी जब थक जाते हैं। तो खुद रिक्शा चलाता है। @umashankarsingh@vinodkapri@PJkanojia@jyotiyadaav@DeepikaSRajawatpic.twitter.com/HWyUEOLGps
इस वीडियो को देखकर कई लोगों ने भावुक कमेंट किया है। तो कई लोगों ने बच्चे के हौसले को सलाम किया है।
11-year-old Alam riding a cycle cart carrying his parents from Varanasi (PM Modi’s constituency) to Araria in eastern state of Bihar due to lockdown. He aims to cover a distance of nearly 350 miles. #MigrantLabourerspic.twitter.com/UsYeta0eYM
— Uzair Hasan Rizvi (@RizviUzair) May 14, 2020
वायरल वीडियो को देखते से पता चलता है कि वीडियो को किसी कार चालक ने बनाया है। वीडियो वह तवारे आलम से उसके बारे में पूछता है और अंत में श्रवण कुमार बोलते हैं।
11-year-old Alam riding a cycle cart carrying his parents from Varanasi (PM Modi’s constituency) to Araria in eastern state of Bihar due to lockdown. He aims to cover a distance of nearly 350 miles. #MigrantLabourerspic.twitter.com/UsYeta0eYM
— Uzair Hasan Rizvi (@RizviUzair) May 14, 2020
एक यूजर ने लिखा है, आत्मनिर्भरता का दृश्य।
11-year-old Alam riding a cycle cart carrying his parents from Varanasi (PM Modi’s constituency) to Araria in eastern state of Bihar due to lockdown. He aims to cover a distance of nearly 350 miles. #MigrantLabourerspic.twitter.com/UsYeta0eYM
— Uzair Hasan Rizvi (@RizviUzair) May 14, 2020
एक यूजर ने लिखा है, नि:शब्द।
नि:शब्द
— S Rao (@SHCHAUHAN3) May 14, 2020
11 साल का बच्चा और रिक्शे पर मॉं बाप
आत्मनिर्भर भारत का हृदयविदारक दृष्य pic.twitter.com/H8mSNN2dpf
एक यूजर ने लिखा, जरा उसकी बात सुनिए कह रहा है जब मेरे पिता जी थक जाते हैं तो मैं चलाता हूं रिक्शा...।
शायद नाम भी अपना सही से नही बता पा रहा है ये बच्चा..
— Khalid Salmani🛡️ (@khalidsalmani1) May 14, 2020
11 साल का मासूम बच्चा तवारे आलम बनारस से अपने माँ बाप के साथ रिक्शे से ही अररिया बिहार के लिए निकला हुआ है, इसके अज़्म और हौसले को देखिये कितना बुलन्द है।
कह रहा है जब मेरे पिता जी थक जाते हैं तो मैं चलाता हूँ रिक्शा.... pic.twitter.com/PPPGJ40vxb
लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूरों अपने घरवापसी के लिए अब भी पैदल चलने को मजबूर हैं। सरकार द्वारा चलाए जा रहे साधनों के बाद भी कई प्रवासी मजदूरों को कई दिनों-दिनों तक ट्रेन और बसों का इतंजार करना पड़ा रहा है।