गाड़ियों के टायर में पंक्चर लगाना आमतौर पर पुरुषों का काम माना जाता है। इस स्टीरियोटाइप को तोड़ रही हैं मध्य प्रदेश के मंदसौर की मैना सोलंकी। 45 वर्षीय मैना अपनी जीविका चलाने के लिए पंक्चर लगाने का काम करती हैं। पिता की मौत के बाद उन्होंने इस काम की शुरुआत की। अपने दम पर उन्होंने अपनी बेटियों को बढ़ाया और उनकी शादी की।