दिल्ली में हुई हिंसा के मामले पर अब संसद गरमाने जा रही है. सोमवार से शुरू होने जा रहे संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान कांग्रेस ने दिल्ली हिंसा प्रकरण को पूरे जोरशोर से उठाने और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करने की पूरी तैयारी कर ली है. दूसरी तरफ दिल्ली के दंगों को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने रक्षात्मक रुख नहीं अपनाया है बल्कि वह इसे लेकर संसद और उसके बाहर उस पर होने वाले विपक्षी हमलों का आक्रामक तरीके से सामना करने की तैयारी में है. वह देश की राजधानी में सांप्रदायिक हिंसा-तनाव के लिए विपक्ष को ही जिम्मेदार ठहराएगी. भाजपा की यह रणनीति सोमवार से पुन: शुरू हो रहे संसद के सत्र की पूर्व संध्या पर ही स्पष्ट हो गई है.