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फिर टलेगी निर्भया के दोषियों की फांसी!

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 30, 2020 12:40 PM2020-01-30T12:40:58+5:302020-01-30T12:41:28+5:30

निर्भया के दोषियों को 1 फरवरी को होने वाली फांसी फिर टलने के आसार नजर आ रहे हैं.. निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में मौत की सजा पाए एक अन्य दोषी ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने दया याचिका दायर की है..वहीं  एक और दोषी ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर की..  दिल्ली जेल नियमों के अनुसार एक ही अपराध के चारों दोषियों में से किसी को भी तब तक फांसी पर नहीं लटकाया जा सकता जब तक कि अंतिम दोषी ...दया याचिका सहित सभी कानूनी विकल्प नहीं आजमा लेता.. निचली अदालत ने चारों दोषियों-मुकेश कुमार सिंह, पवन गुप्ता, विनय कुमार शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी पर लटकाने के लिए 17 जनवरी को दूसरी बार डेथ वारंट जारी कर चुका है.. अदालत ने इससे पहले सात जनवरी को डेथ वारंट जारी कर उन्हें फांसी देने के लिए 22 जनवरी की तारीख तय की थी..दोषी विनय की पैरवी कर रहे वकील ए पी सिंह ने कहा कि उन्होंने उसकी ओर से राष्ट्रपति भवन में दया याचिका दायर की है ..मैंने राष्ट्रपति के समक्ष विनय की दया याचिका दायर की है.. मैंने यह स्वयं जाकर सौंपी है..विनय ने राष्ट्रपति को भेजी अपनी दया याचिका में कहा है, ‘‘श्रीमान, मेरी गिरफ्तारी के दिन से जिस तरह से मुझसे बर्ताव हुआ है, उसके चलते मैं कई बार पहले ही मर चुका हूं.. इसलिए, मैं इस बारे में बताने के लिए अपने अंतिम अवसर का इस्तेमाल करना चाहता हूं.. मुझे उम्मीद है कि यह पढ़ने के बाद कि मेरा जीवन क्या रहा है, आप मुझपर दया करेंगे.. तिहाड़ जेल के अधिकारियों को अब निचली अदालत जाना होगा और विनय की दया याचिका के बारे में सूचित कर ‘ब्लैक वारंट’या डेथ वारंट स्थगित करने की मांग करनी होगी..चारो दोषियों में अब तक मुकेश ही अकेला ऐसा दोषी है  जो सभी कानूनी विकल्प आजमा चुका है.. उसकी दया याचिका राष्ट्रपति ने 17 जनवरी को खारिज कर दी थी और राष्ट्रपति के इस निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उसकी अपील खारिज कर दी थी.. न्यायमूर्ति आर भानुमति के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय पीठ ने मुकेश की अपील खारिज करते हुए कहा कि ‘‘त्वरित विचार’’ और दया याचिका ‘‘त्वरित रूप से’’ खारिज कर देने का यह मतलब नहीं है कि राष्ट्रपति ने इस पर सोच-विचार नहीं किया.

 वहीं, निर्भया केस के एक और दोषी अक्षय ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर की जिस पर पांच न्यायाधीशों की पीठ आज सुनवाई करेगी..अगर उसकी याचिका खारिज हो जाती है तो उसके पास भी राष्ट्रपति के समक्ष याचिका दायर करने का विकल्प होगा.. मुकेश और विनय के बाद क्यूरेटिव पिटीशन या सुधारात्मक याचिका दायर करने वाला वो तीसरा दोषी है. चौथे दोषी पवन ने अभी तक सुधारात्मक याचिका दायर नहीं की है...वो भी फांसी से बचने की कोशिश में ये अंतिम विकल्प आजमा सकता है.. मुकेश को छोड़कर तीनों दोषी राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका खारिज होने की कंडीशन में राष्ट्रपति के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील कर सकते हैं.. दोषियों की इन चालों पर निर्भया की मां आशा देवी का कहना है कि अदालत भी जानती है कि दोषी फांसी में देर कराने के लिए एक-एक कर याचिका दायर कर रहे हैं..वो कहती हैं कि मुझे उम्मीद है कि दोषी एक फरवरी को फांसी पर लटका दिए जाएंगे.. मुझे निश्चित रूप से न्याय मिलेगा.

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