आंध्र प्रदेश सरकार के हिंदू धर्म परिरक्षणा ट्रस्ट ने निर्देश जारी किया। ट्रस्ट के सचिव ने कहा कि विभागीय कमिश्नर के संज्ञान में यह बात आई है कि मंदिरों के प्रबंधक नए साल पर फूलों की सजावट और स्वागत बैनर पर लाखों रुपए खर्च कर देते हैं। भक्तों के दान के पैसों को नए साल के उत्सव पर खर्च करना उचित नहीं है और यह हिंदू परंपरा के अनुसार भी नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस निर्देश का सावधानी से पालन किया जाए। कहा जा रहा है कि चैत्र महीने में मनाया जाना वाला उगादी ही नया साल होता है और उसे ही मनाया जाना चाहिए।आंध्र प्रदेश सरकार में मंदिरों की देख-रेख करने वाले विभाग की कमिश्नर ने मंदिरों के प्रशासन को एक सर्कुलर जारी कर पहली जनवरी को मंदिरों में नए साल के उत्सव से दूर रहने को कहा है। मंदिर प्रबंधनों को निर्देश दिया गया है कि नए साल पर फूलों की सजावट और स्वागत बैनर पर पैसे खर्च नहीं किए जाएं। उन्होंने कहा कि 1 जनवरी हिन्दू संस्कृति और लोकाचार का हिस्सा नहीं है।