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GHMC Election: Hyderabad की नंबर वन पार्टी बन सकती थी BJP, Owaisi को ऐसे हुआ फायदा

By गुणातीत ओझा | Published: December 6, 2020 10:59 PM2020-12-06T22:59:03+5:302020-12-06T23:30:10+5:30

हैदराबाद नगर निगम चुनाव की हर एक गतिविधि पर पूरे देश की नजर थी। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। चुनाव परिणाम के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो भाजपा, टीआरएस से महज 0.25 प्रतिशत वोट पीछे खड़ी है।

Highlightsभाजपा उम्मीदवारों को 8500 वोट और मिलते तो, भाजपा हैदराबाद की नंबर वन पार्टी बन जाती।भाजपा का वोट शेयर 2016 के नगर निगम चुनाव में महज 10.34 प्रतिशत था, जो बढ़कर 34.56 प्रतिशत पर पहुंच गया।

हैदराबाद नगर निगम चुनाव (Hyderabad Nagar Nigam Chunav Results) की हर एक गतिविधि पर पूरे देश की नजर थी। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। अच्छे प्रदर्शन के साथ ही भाजपा ने दूसरे स्थान पर कब्जा जमाया। तेलंगाना राष्ट्र समिति यानी टीआरएस के लिए यह चुनाव काफी निराशा भरा रहा है। इस चुनाव में टीआरएस भले सबसे ज्यादा सीटों के साथ पहले नंबर की पार्टी है लेकिन वोट शेयर के आंकड़ों ने टीआरएस के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं।

8500 और वोट मिलते तो भाजपा बन जाती नंबर वन पार्टी

चुनाव परिणाम के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो भाजपा, टीआरएस से महज 0.25 प्रतिशत वोट पीछे खड़ी है। अगर भाजपा उम्मीदवारों को सिर्फ 8500 वोट और मिलते तो, भाजपा हैदराबाद की नंबर वन पार्टी बन जाती। भाजपा का वोट शेयर 2016 के नगर निगम चुनाव में महज 10.34 प्रतिशत था, जो 2020 में बढ़कर 34.56 प्रतिशत पर पहुंच गया। यही कारण है कि भाजपा चार सीटों से छलांग लगाकर सीधे 48 तक पहुंच गई। वहीं असदुदुद्दीन ओवैसी के लिए भी यह चुनाव कुल मिलाकर अच्छा रहा है। AIMIM ने अपनी सीटों पर कब्जा पानें में जहां सफलता हासिल की वहीं,  उसका वोट शेयर 2016 में जो 15.85% था वो इस बार बढ़कर 18.28% हो गया है।

2016 के नगर निगम चुनाव में टीआरएस के खाते में कुल 14,68,618 मत पड़े थे। इस चुनाव में यह आंकड़ा घटकर 12,04,167 वोटों पर रह गया। भाजपा की बात करें तो 2016 में उसे महज 3,46,253 मतादातों का समर्थन मिला था, लेकिन इस बार हैदराबाद की जनता ने भाजपा का जमकर समर्थन किया है। इस चुनाव में भाजपा को 11,95,711 वोट मिले।

भाजपा सभी पार्टियों के वोट बैंक में सेंध लगाने में कामयाब रही, लेकिन इस चुनाव में उसने अपने पुराने सहयोगी टीडीपी को काफी नुकसान पहुंचाया। हैदराबाद नगर निगम चुनाव में टीडीपी का वोट शेयर 13.11 प्रतिशत से घटकर 1.61 प्रतिशत रह गया। कांग्रेस के वोट शेयर पर नजर डालें तो उसमें 6.5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, लेकिन सीटों की संख्या उतनी ही रही। कांग्रेस इस चुनाव में दो सीटें जीती है। आपको बता दें कि 150 वार्डों वाले हैदराबाद नगर निगम चुनाव में टीआरएस को 55, भाजपा को 48, एआईएमआईएम को 44 और कांग्रेस पार्टी को दो सीटें मिली हैं। एक के नतीजे पर फिलहाल कोर्ट ने रोक लगा दी है।

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