भारत में तीसरी लहर को लेकर लोग डरे हुए है। डेल्टा प्लस वेरिएंट कितना संक्रामक होगा और इससे कितने लोगों की जान जा सकती है । ऐसे तमाम जरूरी सवाल आम लोगों के मन में है। सरकार ने डेल्टा प्लस वेरिएंट को ’मैटर ऑफ कंसर्न’ के रूप मेंसूचीबद्ध किया है, जिसे लेकर भी लोग खासा परेशान हैं।दरअसल ऐसा माना जा रहा है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट अधिक संक्रामक है और इस वेरिएंट के आगे कई वैक्सीन बेअसर हैं। इस बारे में एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि अगर हम कोविड-19 के सभी सुरक्षा नियमों का पालन करते हैं तो हम सभी तरह के वेरिएंट से सुरक्षित रह सकते हैं ।