मुंबई: फिर एक बार कोविड-19 का डर सताने लगा, जेएन.1 वैरिएंट का पहला मामला 41 साल के व्यक्ति में मिला
By आकाश चौरसिया | Published: January 16, 2024 11:06 AM2024-01-16T11:06:10+5:302024-01-16T11:17:40+5:30
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने खुलासा किया है कि एक बार फिर कोविड-19 का खतरा मंडरा रहा है। इसका पहला मामला पुणे में 41 साल के व्यक्ति में मिला है।
मुंबई: राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि पुणे में स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और बीजे मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट में पता चला है कि अभी भी कोविड-19 अस्तित्व में है। इस बात का खुलासा सिंधुदुर्ग के एक 41 वर्षीय व्यक्ति के सैंपल में मिला।
इस बात का खुलासा जीनोम सीक्वेंसिंग में हुआ, जहां 80 फीसदी से अधिक कोविड-19 नमूने ओमिक्रॉन के जेएन.1 वैरिएंट को प्रदर्शित करते हैं। यह राज्य भर से 284 सैंपल के जरिए पता चला है, जिनमें जेएन.1 वैरिएंट के होने का पता चला है। इसी के साथ सीनियर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि इनमें पुणे सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं।
जेएन.1 कोविड का ही एक वैरिएंट है, प्रमुख रूप से उभर रहा है। यह कोविड-19 के बीए 2.86 वैरिएंट के साथ प्रतिस्पर्धा में है। इसके नमूने पहली बार 30 अक्टूबर को पुणे शहर के खुले नाले में मिले थे, इसके बाद 22 नवंबर को भी इसी तरह के नमूने सामने आए थे। इसके साथ ही पहला मामला पुणे के 41 साल के व्यक्ति में कोविड-19 के जेएन.1 वैरिएंट के बारे में पता चला है।
हालांकि, राज्य में 15 जनवरी को 35 नए कोविड के मामले सामने आए हैं। जबकि, इसी तरह के केस में 19 लोगों की मृत्यु हो गई है। वहीं, रिकवरी रेट संतोषजनक है, जिनमें 98.17 फीसदी और मृत्यु दर में 1.81 फीसदी देखी गई है।
जीनोम सीक्वेंसिंग से नजर रख रहे हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों के अनुसार, जीनोम सीक्वेंसिंग और लगातार निगरानी से इसकी व्यापतकता को जांचा जा रहा है। नाली के नमूने में बीए 2.86 में प्रमुख रूप से दर्शाया था। इसके अलावा जो अभी वैरिएंट बने हुए हैं, उनमें एक्सबीबी 2.3, जेएन.1 और बीए 2.86 शामिल हैं।