चीन और पाकिस्तान के रुख को देखते हुए, इस बार के रक्षा बजट में बढ़ोतरी की उम्मीद, पिछले रक्षा बजट में सैन्य खरीद के लिए 86 हजार करोड़ रुपए ही मिले थे पर इसमें 76 हजार करोड़ रुपए पिछली सैन्य खरीद की किश्ते देने में ही चले गए